जयपुर. कांग्रेस के 'सेव डेमोक्रेसी सेव कॉन्स्टिट्यूशन' अभियान के तहत सोमवार को देश के सभी राज्यों में राजभवन का घेराव होगा, लेकिन राजस्थान का राजभवन इस विरोध प्रदर्शन से अछूता रहेगा. मतलब राजस्थान में राजभवन का घेराव या विरोध प्रदर्शन नहीं होगा. ये जानकारी पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने ट्विटर के जरिए दी.
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कल Save Democracy-Save Constitution अभियान के तहत कांग्रेसी देश की सभी राज्यों में राजभवन के सामने प्रदर्शन करेंगे, लेकिन हम #राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे।हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">कल Save Democracy-Save Constitution अभियान के तहत कांग्रेसी देश की सभी राज्यों में राजभवन के सामने प्रदर्शन करेंगे, लेकिन हम #राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे।हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे।
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— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 26, 2020
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने अपने ट्विटर के जरिए यह भी लिखा कि हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे. हालांकि देश के अन्य राज्यों में राजभवन के समक्ष कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा होने वाला विरोध प्रदर्शन यथावत रहेगा.
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बता दें कि पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस ने अभियान राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के चलते ही हाथ में लिया है, लेकिन अब राजस्थान को ही इससे अछूता रखा जाएगा. कारण साफ है कि प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में निर्णय कर एक रिवाइज नोट राजभवन भेजा है. जिसमें आगामी 31 जुलाई को विधानसभा का सत्र आहूत करने का आग्रह किया गया है और उस पर अब तक राज्यपाल की ओर से फिलहाल कोई भी निर्णय नहीं हुआ है. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को राज्यपाल के निर्णय का इंतजार है. यही कारण है कि सोमवार को होने वाले विरोध प्रदर्शन से प्रदेश के राजभवन को अलग रखा गया है.
विश्वेंद्र सिंह ने दी मंत्री रघु शर्मा को जन्मदिन की बधाई
प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच अलग-अलग खेमों में बंटे कांग्रेस के विधायक कुछ मामलों में एकजुट भी नजर आते हैं. यही कारण है कि गहलोत खेमे से आने वाले मंत्री रघु शर्मा के जन्मदिन पर सचिन पायलट खेमे से जुड़े विधायक विश्वेंद्र सिंह ने ट्विटर के जरिए उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी.
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Wishing my close friend, neighbour and collegaue Dr @RaghusharmaINC Ji a very happy birthday! May Shreenath Ji bless you with all the success always! 🙏🏼
— Vishvendra Singh Bharatpur (@vishvendrabtp) July 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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दरअसल, रविवार को चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का जन्मदिन के दिन ट्विटर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा रहा, लेकिन सचिन पायलट खेमे से जुड़े विधायक विश्वेंद्र सिंह ने उन्हें अपने अंदाज में शुभकामनाएं दी. विश्वेंद्र सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि मेरे करीबी दोस्त पड़ोसी और सहकर्मी डॉ. रघु शर्मा जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई. विश्वेंद्र सिंह ने यह भी लिखा कि श्रीनाथ जी आपको सफलता प्रदान करें. विश्वेंद्र सिंह का ये ट्वीट अब सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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#अशोक_गहलोत जी आपने बहुत सही निर्णय लिया है, #प्रधानमंत्री_आवास घेरना ही पड़ेगा, #लोकतंत्र के खिलाफ सारे षड्यंत्र यहीं से हो रहे हैं, मगर हमको भी डेट बता दीजियेगा, हम भी हाज़िरी लगाएंगे,क्योंकि #लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र का एक विक्टिम व उसका शिकार मैं भी हूं।@ashokgehlot51
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 26, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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हरीश रावत का ये ट्वीट भी चर्चा में
वहीं रविवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी एक ट्वीट किया, जो सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना रहा. दरअसल हरीश रावत ने अपने ट्वीट में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संबोधित करते हुए लिखा कि अशोक गहलोत जी आपने बहुत सही निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री आवास का घेराव करना ही पड़ेगा. लोकतंत्र के खिलाफ सारे षड्यंत्र यहीं से हो रहे हैं. मगर हमको भी वह तारीख बता दीजिएगा, ताकि हम भी हाजिरी लगाएंगे. क्योंकि लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र का एक विक्टिम और उसका शिकार मैं भी हूं.