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राजस्थान : कोरोना हेल्पलाइन 181 पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान...रिकवरी दर 84 फीसदी

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Published : Oct 4, 2020, 8:27 PM IST

राजस्थान में गहलोत सरकार वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. सीएम अशोक गहलोत रोजाना राज्य में कोरोना से बने हालातों की समीक्षा कर रहे हैं. वहीं, कोरोना हेल्पलाइन 181 पर आ रही शिकायतों का त्वरित समाधान हो रहा है.

Corona epidemic in Rajasthan,  Jaipur News,  Corona Helpline 181
सीएम अशोक गहलोत

जयपुर. राज्य सरकार कोरोना को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. राज्य सरकार की पूरी कोशिश कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रोजाना राज्य में कोरोना से बने हालातों की समीक्षा कर रहे हैं. इन समीक्षा बैठकों और आमजन से आने वाले फीडबैक के आधार पर त्वरित फैसले किए जा रहे हैं.

  • राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले में हम काफी अच्छी स्थिति में है, हमारे यहाँ रिकवरी रेट बहुत अच्छी है, मृत्युदर भी नियंत्रण में है लेकिन हम चाहते हैं कि रिकवरी दर लगातार बढ़े और मृत्यु दर शून्य पर आए। कोरोना से प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गहलोत सरकार द्वारा समयबद्ध तरीके से उठाए गए कदमों का नतीजा है कि राज्य में अभी कोरोना से रिकवरी रेट 84 फीसदी के आसपास है. कोविड मरीजों को आ रही परेशानियों पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान संपर्क 181 में अलग से 24 घंटे कोरोना हेल्पलाइन शुरू करने के निर्देश दिए. साथ ही मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना संबंधित परेशानियों के लिए बनाए गए कोविड नियंत्रण कक्ष को भी फिर से चालू करने के लिए निर्देशित किया.

369 पॉजिटिव रोगियों ने हेल्पलाइन पर किया संपर्क...

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार 21 सितंबर 2020 से 24x7 चालू की गई 181 हेल्पलाइन पर अब तक 369 पॉजिटिव रोगियों की ओर से संपर्क किया गया है. इनमें से 116 को अस्पतालों में बेड चाहिए था, जिसकी व्यवस्था की गई. 253 ऐसे कोरोना पॉजिटिव रोगी जो होम आइसोलेशन में थे उनको दवाएं और अन्य वांछित सहायता उपलब्ध कराई गई.

पढ़ें- प्रदेश में कोरोना के 2184 नए मामले आए सामने, 15 मौत...कुल आंकड़ा 1,44,030

181 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने वालों से राहत के संबंध में फीडबैक भी लिए गए. शिकायत दर्ज करवाने वालों ने इस हेल्पलाइन के जरिए सरकार की ओर से पहुंचाई गई राहत के संबंध में संतुष्टि व्यक्त की. इस हेल्पलाइन की मॉनिटरिंग के लिए एक RAS अधिकारी और एक डॉक्टर 24 घंटे काम कर रहे हैं.

  • जनता के सहयोग से जनता के बीच हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए 'कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन' की कल्पना की है। इसे जन आन्दोलन का नाम दिया है ताकि इसमें आम लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी हो सके। यह प्रदेशवासियों का जीवन एवं आजीविका बचाने का अभियान है।
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रतिदिन 51,640 मरीजों के जांच की सुविधा उपलब्ध...

राजस्थान के 23 जिलों में सरकारी और निजी 39 लैब में आरटीपीसीआर पद्धति से जांच हो रही है. इनमें से 25 सरकारी लैब में निःशुल्क जांच हो रही है. राज्य में 42 हजार आइसोलेशन बेड, 8090 ऑक्सीजन बेड, 1672 आईसीयू बेड, 1352 वेंटिलेटर उपलब्ध है. वहीं, प्रतिदिन 51,640 मरीजों की जांच सुविधा उपलब्ध है.

हेल्पलाइन से शिकायतकर्ता हुए संतुष्ट...

इस हेल्पलाइन पर संक्रमण संभावित व्यक्ति के टेस्ट कराने, कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने, होम आइसोलेशन में मौजूद मरीज को मेडिकल हेल्प दिलाने, होम क्वॉरेंटाइन किए गए परिवार को दवाई और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के लिए कॉल आए. इस हेल्पलाइन में एक टीम फीडबैक लेने का काम करती है. ये टीम शिकायतकर्ताओं को कॉल कर उनकी शिकायत के निस्तारण और उनकी संतुष्टि की जानकारी लेती है.

  • मुझे खुशी है कि जिस रूप में हमने जनता के सहयोग से 'कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन' का आह्वान किया उसे आम जन सफल बना रहे हैं और उससे बढ़-चढ़कर जुड़ रहे हैं, राजस्थान को कोरोना से बचाने का यही सबसे कारगर तरीका है। #Rajasthan
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    — Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

फीडबैक टीम की ओर से किए गए कॉल्स में शिकायतकर्ता राजस्थान संपर्क कोरोना हेल्पलाइन की सहायता से पूर्णतः संतुष्ट मिले. मुख्यमंत्री आवास पर बने कोविड नियंत्रण कक्ष में प्राप्त सभी शिकायतों का तुरंत निस्तारण कर शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया गया. सभी शिकायतकर्ता कोविड नियंत्रण कक्ष की सेवाओं से संतुष्ट थे.

जयपुर. राज्य सरकार कोरोना को लेकर पूरी तरह से गंभीर है. राज्य सरकार की पूरी कोशिश कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रोजाना राज्य में कोरोना से बने हालातों की समीक्षा कर रहे हैं. इन समीक्षा बैठकों और आमजन से आने वाले फीडबैक के आधार पर त्वरित फैसले किए जा रहे हैं.

  • राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले में हम काफी अच्छी स्थिति में है, हमारे यहाँ रिकवरी रेट बहुत अच्छी है, मृत्युदर भी नियंत्रण में है लेकिन हम चाहते हैं कि रिकवरी दर लगातार बढ़े और मृत्यु दर शून्य पर आए। कोरोना से प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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गहलोत सरकार द्वारा समयबद्ध तरीके से उठाए गए कदमों का नतीजा है कि राज्य में अभी कोरोना से रिकवरी रेट 84 फीसदी के आसपास है. कोविड मरीजों को आ रही परेशानियों पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान संपर्क 181 में अलग से 24 घंटे कोरोना हेल्पलाइन शुरू करने के निर्देश दिए. साथ ही मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना संबंधित परेशानियों के लिए बनाए गए कोविड नियंत्रण कक्ष को भी फिर से चालू करने के लिए निर्देशित किया.

369 पॉजिटिव रोगियों ने हेल्पलाइन पर किया संपर्क...

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार 21 सितंबर 2020 से 24x7 चालू की गई 181 हेल्पलाइन पर अब तक 369 पॉजिटिव रोगियों की ओर से संपर्क किया गया है. इनमें से 116 को अस्पतालों में बेड चाहिए था, जिसकी व्यवस्था की गई. 253 ऐसे कोरोना पॉजिटिव रोगी जो होम आइसोलेशन में थे उनको दवाएं और अन्य वांछित सहायता उपलब्ध कराई गई.

पढ़ें- प्रदेश में कोरोना के 2184 नए मामले आए सामने, 15 मौत...कुल आंकड़ा 1,44,030

181 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने वालों से राहत के संबंध में फीडबैक भी लिए गए. शिकायत दर्ज करवाने वालों ने इस हेल्पलाइन के जरिए सरकार की ओर से पहुंचाई गई राहत के संबंध में संतुष्टि व्यक्त की. इस हेल्पलाइन की मॉनिटरिंग के लिए एक RAS अधिकारी और एक डॉक्टर 24 घंटे काम कर रहे हैं.

  • जनता के सहयोग से जनता के बीच हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए 'कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन' की कल्पना की है। इसे जन आन्दोलन का नाम दिया है ताकि इसमें आम लोगों की अधिक से अधिक भागीदारी हो सके। यह प्रदेशवासियों का जीवन एवं आजीविका बचाने का अभियान है।
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प्रतिदिन 51,640 मरीजों के जांच की सुविधा उपलब्ध...

राजस्थान के 23 जिलों में सरकारी और निजी 39 लैब में आरटीपीसीआर पद्धति से जांच हो रही है. इनमें से 25 सरकारी लैब में निःशुल्क जांच हो रही है. राज्य में 42 हजार आइसोलेशन बेड, 8090 ऑक्सीजन बेड, 1672 आईसीयू बेड, 1352 वेंटिलेटर उपलब्ध है. वहीं, प्रतिदिन 51,640 मरीजों की जांच सुविधा उपलब्ध है.

हेल्पलाइन से शिकायतकर्ता हुए संतुष्ट...

इस हेल्पलाइन पर संक्रमण संभावित व्यक्ति के टेस्ट कराने, कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने, होम आइसोलेशन में मौजूद मरीज को मेडिकल हेल्प दिलाने, होम क्वॉरेंटाइन किए गए परिवार को दवाई और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के लिए कॉल आए. इस हेल्पलाइन में एक टीम फीडबैक लेने का काम करती है. ये टीम शिकायतकर्ताओं को कॉल कर उनकी शिकायत के निस्तारण और उनकी संतुष्टि की जानकारी लेती है.

  • मुझे खुशी है कि जिस रूप में हमने जनता के सहयोग से 'कोरोना के विरूद्ध जन आन्दोलन' का आह्वान किया उसे आम जन सफल बना रहे हैं और उससे बढ़-चढ़कर जुड़ रहे हैं, राजस्थान को कोरोना से बचाने का यही सबसे कारगर तरीका है। #Rajasthan
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फीडबैक टीम की ओर से किए गए कॉल्स में शिकायतकर्ता राजस्थान संपर्क कोरोना हेल्पलाइन की सहायता से पूर्णतः संतुष्ट मिले. मुख्यमंत्री आवास पर बने कोविड नियंत्रण कक्ष में प्राप्त सभी शिकायतों का तुरंत निस्तारण कर शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया गया. सभी शिकायतकर्ता कोविड नियंत्रण कक्ष की सेवाओं से संतुष्ट थे.

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