जयपुर. वैदिक मंत्रों के साथ प्रोफेसर रामसेवक दुबे ने सोमवार को जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति पद का कार्यभार संभाला. कार्यवाहक कुलपति प्रो. सुधी राजीव ने उन्हें कार्यभार ग्रहण करवाया. इस दौरान उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालय को संस्कृत शिक्षा के अध्ययन और अध्यापन का सर्वोत्तम केंद्र बनाना अपनी प्राथमिकता बताई.
उत्तर भारत में एक संस्कृत विद्वान के रूप में जाने जाने वाले प्रोफेसर रामसेवक दुबे मूल रूप से प्रयागराज उत्तर प्रदेश से हैं. उन्हें भाषा और संस्कृत साहित्य में नव प्रयोगों के लिए अधिकृत माना जाता है. संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से वार्ता की. साथ ही कहा कि छात्रों की परीक्षाओं का समय पर आयोजन और पुरातन ग्रंथों में निबद्ध रहस्यों पर शोधकार्य को गति देने का कार्य किया जाएगा. इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. जेएन विजय और शास्त्री कोसलेंद्रदास सहित अन्य शिक्षक उपस्थित रहे.
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आपको बता दें कि बीते दिनों राज्यपाल ने राजस्थान की 8 अलग-अलग यूनिवर्सिटी में कुलपतियों की नियुक्ति के आदेश जारी किए थे. आरोप है कि 8 यूनिवर्सिटी में लगाए गए कुलपतियों में से 7 कुलपति उन्हें बनाया गया है जिनकी सिफारिश सर्च कमेटी में शामिल राज्यपाल कलराज मिश्र के प्रतिनिधियों ने की. ये 7 कुलपति बीजेपी और आरएसएस से जुड़े हुए हैं. जबकि एक कुलपति ही ऐसे हैं, जिनकी सिफारिश राज्य सरकार के प्रतिनिधियों ने की थी.