जयपुर. एक साल का टैक्स माफ करने की मांग को लेकर निजी बस ऑपरेटर्स गुरुवार यानि 22 जुलाई को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे. बसों का संचालन 22 जुलाई को पूरी तरह से बंद रहेगा.
पढ़ें- पायलट का इशारों में गहलोत पर हमला, कहा- सरकार तो बना लेते हैं लेकिन रिपीट नहीं कर पाते
बता दें, कोरोना की दूसरी लहर मे संक्रमण को रोकने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से लॉकडाउन लगाया गया था. प्रदेश में करीब एक महीने तक पूरी तरह से पाबंदी भी रही थी. राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान बसों का संचालन भी पूरी तरीके से बंद कर दिया था. करीब 1 महीने तक बस सेवाएं बंद रहने से निजी बस मालिकों को काफी नुकसान हुआ. अब बस मालिक राजस्थान सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है.
निजी बस मालिक राजस्थान सरकार से 1 साल का टैक्स माफ करने की मांग कर रहे हैं. स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा का कहना है कि राजस्थान सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी. इसके कारण 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में स्टेट कैरिज बस ऑपरेटर हड़ताल पर रहेंगे.
बता दें, राजस्थान में स्टेट कैरिज बसें ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों से जोड़ती है. ऐसे में बड़ी संख्या में आमजन स्टेज कैरिज बसों से यात्रा करते हैं और राज्य सरकार को भी इससे आय होती है. लेकिन, लॉकडाउन के कारण प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की बसें 1 महीने तक खड़ी रही थी, जिसके चलते उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके कारण प्राइवेट बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन राज्य सरकार से 1 साल का टैक्स माफ करने की मांग कर रहे हैं.
वहीं, परिवहन विभाग के आंकड़ों को देखा जाए तो प्रदेश में लगभग 30 हजार स्टेट कैरिज बसें हैं. ऐसे में परिवहन विभाग की ओर से बसों पर 7 हजार रुपए से लेकर 15 हजार रुपए तक का टैक्स वसूला जाता है. ऐसे में यदि सरकार की ओर से 30 हजार स्टेट कैरिज बसों का टैक्स माफ किया जाता है तो राजस्थान सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान होगा.