जयपुर: कोरोना का कहर अब भी बरकरार है. कोरोना काल में आम आदमी बढ़ती महंगाई से भी परेशान है. पेट्रोल-डीजल के दाम में आग लगी हुई है. अब निजी बस ऑपरेटर भी बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं.
निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी से बसों का संचालन करना काफी मुश्किल हो गया है. बसों के किराए में बढ़ोतरी होने के बाद इसका सीधा असर आम जन की जेब पर भी देखने को मिलेगा.
राजस्थान में सबसे महत्वपूर्ण जयपुर-दिल्ली रूट को माना जाता है. इस रूट पर रोजाना हजारों की तादाद में लोग यात्रा करते हैं. लेकिन इन दिनों इन रूट पर भी बसों का संचालन करना बस ऑपरेटर्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.
टूरिस्ट कैरिज बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि हाल ही में इस समस्या को लेकर निजी बस ऑपरेटरों की मीटिंग हुई थी. यात्रियों की संख्या में कमी होने के चलते अभी निजी बस ऑपरेटर्स ने बसों के किराए में बढ़ोतरी करने को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है.
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प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान के पड़ोसी राज्य में डीजल के दाम करीब 10 रुपए तक सस्ते हैं. बस ऑपरेटर्स दूसरे राज्यों में बस जाती है तो वहां से पेट्रोल-डीजल डलवाते हैं. यदि राजस्थान सरकार भी पेट्रोल-डीजल के दामों में टैक्स कम करे तो निजी बस ऑपरेटर राजस्थान से ही बसों में डीजल डलवाएंगे. इससे राजस्थान सरकार की आय में भी बढ़ोतरी होगी.
प्रवीण अग्रवाल के मुताबिक डीजल के बढ़ रहे दामों के मद्देनजर उसी अनुपात में निजी बस ऑपरेटर किराए में करीब 15 से 20% तक की बढ़ोतरी करेंगे. बस किराए में बढ़ोतरी होती है तो पहले से महंगाई की मार झेल रही आम जनता की मुश्किलें और बढ़ जाएगी.