जयपुर. प्रदेश में 5 सितंबर से प्राथमिक स्कूल भी खुल सकते हैं. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की सचिवालय में स्कूल शिक्षा परिवार के साथ वार्ता सहमति बन गई है. 1 सितंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा के खोले जाने के बाद तीन से चार दिन परीक्षण किया जाएगा. सब कुछ सामान्य रहा तो 5 सितंबर से सभी कक्षा के स्कूल खोले जा सकते हैं.
राजस्थान और दिल्ली में 1 सितंबर से 9वीं और 12वीं के स्कूल खोलने की घोषणा कर दी गई है. वहीं राजस्थान में अभी तक प्राथमिक स्कूल खोलने का निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में जयपुर में निजी स्कूल संचालक अनिश्चितकालीन महापड़ाव (School operators Mahapadav Jaipur) पर बैठ गए हैं.
स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि स्कूल शिक्षा परिवार अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहा है. शुक्रवार को स्कूल शिक्षा परिवार के प्रतिनिधि मंडल की शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह (Govind Singh Dotasara) के साथ सकारात्मक वार्ता हुई है. जिसमें सभी 11 सूत्री मांगों पर सहमति बन गई है.
शर्मा ने कहा कि सभी कक्षाओं के स्कूल खोलने की जो प्रमुख मांग थी, उस पर भी शिक्षा राज्य मंत्री ने आश्वस्त किया है कि 5 सितंबर से सभी प्राथमिक स्कूल (Rajasthan School Reopening) में भी खोल दी जाएगी.
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उन्होंने कहा कि 1 सितंबर से कक्षा 9वीं से 12वीं तक की स्कूल खोली जा रही है. तीन से चार दिन इन स्कूलों के परीक्षण के बाद अन्य कक्षाओं को खोलने पर भी निर्णय कर देंगे. इसके साथ ही स्कूल शिक्षा परिवार की अन्य मांगों पर सहमति बन गई है. ऐसे में धरना स्थल पर जाकर आगे की घोषणा करेंगे. वार्ता के बाद प्रतिनिधि मंडल संतुष्ट नजर आए. ऐसे में माना जा रहा है कि आंदोलन खत्म होने की कुछ देर में घोषणा हो सकती है.
स्कूल संचालकों ने 11 सूत्री मांगें जो रखी हैं, उनमें पहली से आठवीं तक स्कूल खोलने की बात कही है. वहीं मांग है कि आरटीई पुनर्भरण के 300 करोड़ रुपए का भुगतान निजी स्कूलों को किया जाए. निजी स्कूलों में बंद की गई छात्रवृत्ति वापस चालू की जाए. स्कूल संचालकों को लोन की किस्त चुकाने में रियायत मिले. कोरोना काल में जिन स्कूल संचालकों ने खुदकुशी की उन्हें आर्थिक पैकेज मिले. साथ ही स्कूल मान्यता को लेकर आ रही कानूनी अड़चन दूर हो सहित 11 सूत्री मांगों पर सहमति बन गई है.