जयपुर. महाराष्ट्र में शिव सेना, एनसीपी द्वारा सरकार बनाने के दावों के विफल होने के बाद राष्ट्रपति शासन की घोषणा हो गई है. इसे जहां भाजपा अपनी जीत के तौर पर मान रही है वहीं जयपुर के एक होटल में रुके कांग्रेस विधायकों ने भी छत पर आकर विक्ट्री साइन दिया है.
महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भाजपा की विफलता के बाद से ही सभी कांग्रेस विधायक जयपुर के होटल में रुके थे. चूंकि राज्यपाल ने शिवसेना और एनसीपी को मंगलवार शाम तक का ही वक्त दिया था. कांग्रेस से समर्थन पत्र नहीं मिलने के बाद अब शिवसेना ने यह मौका गंवा दिया है. वहीं जयपुर में ठहरे कांग्रेस विधायकों ने विक्ट्री साइन देकर यह जता दिया है कि कहीं ना कहीं ये उनकी रणनीति का हिस्सा था.
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समय सीमा समाप्त होने के बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर जयपुर में रुके इन विधायकों ने एक एक कर होटल से बाहर निकला शुरू कर दिया है. इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने विधायकों के साथ होटल में मीटिंग की और आलाकमान द्वारा तय रणनीति से अवगत कराया. अब चूंकि शिवसेना के हाथ से सरकार बनाने का मौका चला गया है, ऐसी स्थिति में होटल में रुके कांग्रेस विधायकों ने बाहर आना शुरू कर दिया है.
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कांग्रेस भी आश्वस्त नजर आ रही है कि सरकार में मुखिया का पद भले ही कांग्रेस को ना मिले लेकिन मुख्यमंत्री बनाने में कांग्रेस का सबसे अहम रोल रहेगा. कांग्रेस के विधायक भी साफ तौर पर यह कहते हुए नजर आए कि शिवसेना के साथ एनडीए का गठबंधन टूट चुका है और 6 महीने में अब वह मैजिक फिगर के साथ कभी भी महाराष्ट्र में सरकार बना सकेंगे.