जयपुर. राजधानी समेत राजस्थान के ज्यादातर शहरों में दिन का तापमान 42 से 45 डिग्री के बीच में बना हुआ था. लेकिन प्री-मानसून की बारिश की दस्तक के साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज हुई और आमजन को राहत मिली.
हालांकि बुधवार को राजधानी जयपुर में बारिश का दौर थम गया और उमस बढ़ गई. उमस के कारण लोगों को परेशानी हुई. मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज हुई है.
वहीं पश्चिमी राजस्थान में कई स्थानों पर धूल भरी आंधी, वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई है. राज्य में सर्वाधिक बारिश पिछले 24 घंटों में सवाईमाधोपुर में 20 मिलीमीटर दर्ज की गई है. राज्य में सर्वाधिक तापमान बूंदी में 42 डिग्री दर्ज किया गया है, तो वहीं पश्चिमी राजस्थान के पाली में 41 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है.
जयपुर में दिन का तापमान 39 डिग्री दर्ज किया गया. रात का तापमान ज्यादातर शहरों में 25 डिग्री के अंदर तक आ गया है. बीते 48 घंटों पहले से ज्यादातर शहरों में रात का तापमान 30 डिग्री के आसपास बना हुआ था. लेकिन प्री-मानसून की बौछार के साथ आमजन को गर्मी से राहत मिली है.
प्रदेश के 1 दर्जन से अधिक जिलों में बारिश भी दर्ज की गई है. इसके साथ ही मौसम विभाग की ओर से 20 जून तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में मेघ गर्जन वज्रपात और तेज हवाओं के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश को लेकर भी येलो अलर्ट जारी किया है.
इन जिलों में जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और पश्चिमी राजस्थान के हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर, चूरू, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर जिले में येलो अलर्ट जारी किया है.
बीते 24 घंटों में इन जिलों में हुई बारिश
वनस्थली 3.5, अलवर 13.5, पिलानी 18.3, सवाई माधोपुर 20.2, पाली 2, जैसलमेर 7.5, जोधपुर 10.3, फलोदी 7.8, बीकानेर 5.7, श्रीगंगानगर 5, धौलपुर 1 और करौली में 5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
धौलपुर में बारिश से सुहाना हुआ मौसम
धौलपुर जिले में बुधवार देर शाम हुई प्री-मानसून की बारिश से मौसम सुहावना हो गया. लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली. करीब आधे घंटे तक रुक रुक कर हुई बारिश से तापमान में गिरावट आ गई. खरीफ फसल के लिए यह बारिश फायदेमंद है. आगामी सीजन खरीफ फसल का शुरू होने वाला है. जिसे लेकर किसानों ने बुवाई की कवायद शुरू कर दी है.
जिले में प्रमुख रूप से बाजरा, दलहन, तिलहन, ग्वार, ज्वार, मक्का आदि की फसलें की जाती हैं. फसल के सीजन को देखते हुए किसानों ने कृषि उपकरणों की रिपेयरिंग कराने के साथ खाद-बीज खरीदने की मशक्कत शुरू की.