जयपुर. कोरोना की दूसरी लहर में हजारों परिवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनों को खोया है. कई बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता की कोरोना से मौत हो गई. ऐसे परिवारों की मदद के लिए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास आगे आए हैं. उन्होंने हाल ही में कोरोना से मरने वाले राजेश के परिवार से मुलाकात की और मदद का भरोसा दिया और बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठाने की भी बात कही.
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परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (pratap singh khachariyawas news) राजेश के परिवारवालों से मिलने बुधवार को उनके घर गए. इस दौरान उन्होंने राजेश की पत्नी और बच्चों से मुलाकात की और उनको 25000 की आर्थिक सहायता दी. खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना में अनाथ हुए बच्चों की फ्री शिक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के लिए वह अपने 6 महीने की सैलरी देकर किड्स वेलफेयर फंड बना रहे हैं. पहले परिवहन मंत्री ने 5 लाख रुपये देने की घोषणा की थी बाद में उसे बढ़ाकर 9 लाख कर दिया.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने किड्स वेलफेयर फंड में भामाशाह एवं समाजसेवियों को शामिल करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कोरोना में अनाथ हुए बच्चों (orphaned children help in corona) की शिक्षा की जिम्मेदारी हमें लेनी होगी. हम सब को एक परिवार बन कर उन बच्चों की मदद करनी चाहिए जो अनाथ हो गए हैं. जिनके ऊपर कोई साया नहीं है. इसको लेकर उन्होंने किड्स वेलफेयर फंड भी बनाया है. खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में 200 विधानसभा क्षेत्र हैं. उनके 200 एमएलए से मैं अपील करता हूं कि वो अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में किड्स वेलफेयर फंड बनाएं और ऐसे बच्चों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें.