जयपुर. जालोर में दलित बच्चे की पिटाई से मौत (Jalore dalit child death case) के मामले को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के सामने चल रहा छात्रों का धरना (Students protest in Jalore case) बुधवार को समाप्त हो गया. राजस्थान सरकार में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और मुरारी लाल मीणा ने विश्वविद्यालय पहुंचकर छात्रों को उनकी मांगों को लेकर आश्वस्त किया. इसके साथ ही छात्रों को इंद्र कुमार के परिजनों और सरकार में बनी सहमति का हवाला देते हुए अनशन पर बैठे अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष रोशन मुंडोतिया को जूस पिलाकर अनशन खत्म (khachariyawas ended the students protest) करवाया.
खाचरियावास ने दलित छात्र के साथ कहीं भी होने वाले अन्याय को पाप बताया और कहा कि जैसे रीट को लेकर कानून लेकर आए उसी तरह सरकार हर दलित व्यक्ति के साथ खड़ी है. उनके हक के लिए कानून बनाने को लेकर वह मुख्यमंत्री से बात करेंगे. इस दौरान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उनका राजस्थान विश्वविद्यालय से पुराना नाता रहा है. वह भी यहीं के छात्र रहे हैं. ऐसे में यहां के छात्रों की मांगों के साथ वह हमेशा ही खड़े रहेंगे.
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आज भी जब प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने उनसे धरना स्थल पर आने की बात कही तो वह तुरंत यहां पर पहुंचे. खाचरियावास ने कहा कि मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जालोर पहुंचकर मृतक इंद्र कुमार के परिजनों से वार्ता की. इसके बाद परिजनों और सरकार के बीच सहमति बन गई थी. ऐसे में आज उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंचकर आंदोलनरत छात्रों से समझाइश करते हुए उनका धरना खत्म करवाया.
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जालोर में 8 वर्षीय दलित छात्र इंद्र कुमार की टीचर की पिटाई से मौत होने के बाद मामले में आंदोलन और सियासत तेज हो गई है. वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय में 4 दिन से छात्र आंदोलन कर रहे थे. राजस्थान विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रावास के छात्रों के साथ यहां काफी संख्या में प्रदेश से सर्वसमाज के छात्र और संगठन भी शामिल हुए.