जयपुर. जिले में एक नामक सामाजिक संस्था के पांच साल पूरे होने पर रविवार को संस्था की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें 'मातृ एवं शिशु कुपोषण के विरुद्ध जंग' विषय पर विशेषज्ञों ने अपने व्यक्तव्य रखें और कुपोषण को दूर करने के सुझाव बताएं.
बता दें कि देश और प्रदेश के विकास में कुपोषण एक गंभीर समस्या है. आंकड़ों की बात करें तो देश में एक तिहाई बच्चे कुपोषित हैं. वहीं हर सात में से एक बच्चा गंभीर कुपोषण से ग्रसित है. साथ ही हर दो में से एक बच्चा एनीमिया का शिकार है. इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार की ओर से कई प्रयास किये जा रहे हैं. अब कई सामाजिक संस्थाएं भी आगे आ रही हैं.
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वहीं, कार्यक्रम में महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि राजस्थान सरकार कुपोषण कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसमें कुछ हद तक सफलता भी हासिल हुई है. हर बच्चे और मां को पर्याप्त पोषण देने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण सामग्री दी जा रही है. अब सामाजिक संस्थाए भी आगे आ रही हैं.