जयपुर. राजस्थान में शराबबंदी के लिए प्राण देने वाले गुरुशरण छाबड़ा की पुत्रवधू पूनम छाबड़ा ने सोमवार से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. पूनम ने प्रदेश में शराबबंदी और मजबूत लोकायुक्त की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू किया है. उन्होंने पिछली भाजपा सरकार में हुए समझौते को भी लागू करने की मांग कर रही है.
प्रदेश में समय-समय पर शराबबंदी की मांग उठती रही है. इस संबंध में गुरुशरण छाबड़ा ने शराबबंदी को लेकर एक बड़ा आंदोलन किया था. उनके निधन के बाद उनकी पुत्रवधू भी लगातार शराबबंदी की मांग उठाती रही है. गुरुशरण छाबड़ा की पुत्रवधू और शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम छाबड़ा ने सोमवार से शहीद स्मारक पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है. गहलोत सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.
पढ़ें- Demand for liquor ban in Rajasthan पूनम छाबड़ा ने गहलोत सरकार को अनशन के लिए चेताया
मीडिया से बात करते हुए पूनम छाबड़ा ने कहा कि गुरुशरण छाबड़ा को शहीद का दर्जा दिया जाए. जिस दिन उन्होंने अपना बलिदान दिया उस दिन को ड्राई डे घोषित किया जाए. उन्होंने मांग की कि अल्पसंख्यक समुदाय के त्यौहार ईद मोहर्रम, नवरात्रों, अंबेडकर जयंती और पुण्यतिथि, गुरु नानक जयंती पर भी ड्राई डे घोषित होना चाहिए.
उन्होंने मांग की कि शराब पीने के लिए न्यूनतम आयु घोषित करने चाहिए और वह 25 वर्ष होनी चाहिए. पूनम छाबड़ा ने सरकार की ओर से बनाई गई आबकारी कमेटी और मंत्रियों की कमेटी को लेकर भी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि दोनों ही कमेटियों में उन्हें सदस्य बनाया गया है. मंत्रियों की कमेटी की 3 महीने में एक बार और आबकारी कमेटी की महीने में एक बार बैठक होनी चाहिए, लेकिन इन दोनों ही कमेटियों की मुश्किल से एक बार मीटिंग हुई है. यह कमेटियां सही तरीके से काम नहीं कर रही.