जयपुर. पीएम मोदी के पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के वादे पर (politics on canal project in rajasthan) सियासी बयान बाजी तेज हो गई है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के किसी भी बयान का खंडन किया है . जिसके बाद कांग्रेस के नेता यहां तक कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस तरहं बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.
सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं लगातार 3 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जयपुर और अजमेर में चुनाव से पहले (CM Gehlot Targeted Union Minister Shekhawa) 13 जिलों की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना (नेशनल प्रोजेक्ट) का दर्जा देने के वादे की याद दिला रहा हूं. लेकिन अब जाकर राजस्थान से आने वाले केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री को असत्य बोलकर प्रधानमंत्री के वादे का खंडन करना याद आया. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
रुचि नहीं होना दुर्भाग्यपूर्णः गहलोत ने कहा कि होना ये चाहिए था कि उन्हें पहले से चल रहे 16 नेशनल प्रोजेक्ट के साथ ERCP को भी 17वें नेशनल प्रोजेक्ट का दर्जा दिलवाकर PM के वादे को पूरा करवाना चाहिए था. वे राजस्थान से सांसद भी हैं और केन्द्र में जलशक्ति मंत्री बनकर बैठे हैं. उनकी राजस्थान की अन्य परियोजनाओं में तो कोई रुचि नहीं है. लेकिन उनके अपने विभाग की महत्वपूर्ण परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के प्रति भी कोई रुचि नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
दो बार दिया बयानः गहलोत ने कहा कि जलशक्ति मंत्री का कह रहे है कि PM ने अजमेर की रैली में ERCP पर एक शब्द नहीं कहा, यदि कहा है तो वो राजनीति से संन्यास ले लेंगे. 7 जुलाई 2018 को जयपुर की रैली में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट तौर पर ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने पर सकारात्मक रुख रखने की बात की है. साथ ही 6 अक्टूबर 2018 को अजमेर रैली में जयपुर का नाम लेकर अपने इस वादे को दोहराया है. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी ने एक नही बल्कि दो बार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय परियोजना (नेशनल प्रोजेक्ट) का दर्जा देने के वादे किया. पहली बार 7 जुलाई 2018 को जयपुर की रैली में प्रधानमंत्री ने ERCP से संबंधित बयान दिया तो 6 अक्टूबर 2018 को अजमेर रैली में प्रधानमंत्री ने भाषण का ERCP से संबंधित बयान दिया.
जोशी शेखावत के बीच हुई नोकझोंकः बता दें कि शुक्रवार को दोपहर में गहलोत सरकार के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने एक कार्यक्रम में पूर्व राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने की मांग उठाई. इस पर वहीं बैठे जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि Shekhawat Alleged Gehlot Government) पीएम मोदी के इस तरह से कोई बयान देने का खंडन किया. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह का को भाषण दिया हो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.