जयपुर. अलवर के बहरोड पुलिस थाने से हथियारों से लैस अपराधियों द्वारा बदमाश बबलू गुर्जर को छुड़ा ले जाने की घटना पर सियासत शुरू हो गई है. भाजपा नेताओं ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार और मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोला है. भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने जहां प्रदेश में अराजकता की स्थिति बताई तो वहीं विधायक कालीचरण सराफ और सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग कर डाली.
पुलिस थाने सुरक्षित नहीं तो आम आदमी कैसे करे उम्मीद-राठौड़
भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि इस घटना से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लाजमी है. राठौड़ के अनुसार शुक्रवार को हुई घटना से लगता है कि प्रदेश में आमजन ही नहीं बल्कि पुलिस थाने भी सुरक्षित नहीं रहे. क्योंकि, पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बना हुआ है. इसी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इसकी जिम्मेदारी लेना चाहिए.
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नहीं संभल रही कानून व्यवस्था तो गहलोत इस्तीफा देकर घर पर बैठें- कालीचरण सराफ
वहीं इस घटनाक्रम को लेकर पूर्व मंत्री और मौजूदा भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग कर डाली. कालीचरण सराफ के अनुसार यदि प्रदेश सरकार से कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है तो वह इस्तीफा देकर घर बैठ जाएं. सराफ के अनुसार आज पुलिस पर से जनता विश्वास समाप्त हो चुका है और अपराधियों में कोई डर नहीं रहा. उन्होंने बहरोड़ पुलिस थाने में हुई घटना को चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए गहलोत से इस्तीफे की मांग की.
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नैतिकता की दुहाई देने वाले गहलोत दे दें इस्तीफा, पार्टी को भी करना चाहिए जन आंदोलन- किरोड़ी लाल मीणा
अलवर की बहरोड़ थाने की घटना को सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की है. मीणा के अनुसार गहलोत अपने बयानों में नैतिकता की दुहाई देते हैं, लेकिन अब उनमें वह मोरल नहीं रहा जिसकी वह बात करते हैं. यदि है तो उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. किरोडी लाल मीणा ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व से भी इस मामले में बात करेंगे. ताकि इन मामलों को लेकर पार्टी जन आंदोलन शुरू कर सके.