जोधपुर. प्रदेश में राजनीतिक संकट चरम पर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के लिए एक-एक दिन (Political Appointments in Rajasthan) महत्वपूर्ण होने वाला है. इस बीच सीएम ने फिर से राजनीतिक नियुक्तियों का सिलसिला शुरू कर दिया है. मंगलवार को राज्य सरकार ने राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा को राज्यमंत्री का दर्जा देने के आदेश जारी कर दिए.
रमेश बोराणा जोधपुर से आते हैं और मुख्यमंत्री गहलोत के गुडबुक्स के लोगों में से (Ramesh Borana appointed as Minister of State) एक हैं. बोराणा प्रदेश की राजनीतिक नियुक्तियों के दौर के समय उपाध्यक्ष बनाया गया. लेकिन उन्हें किसी तरह की सुविधाएं नहीं मिली. हाल ही में गहलोत संगीत नाटक अकादमी अध्यक्ष पद पर भी बिनाका मालू की नियुक्ति कर दी गई. मालू को भी अकादमी से जुड़ी सुविधाएं मिलने लगीं. लेकिन बोराणा खाली हाथ रहे. ऐसे में अब उन्हें सियासी संकट के दौर में गहलोत ने उपकृत कर जोधपुर के लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि सबकुछ ठीक है. अब जोधपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष पद पर निुयक्ति होना बाकी है.
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बेनिवाल को फिर बनाया अध्यक्ष : सरकार की ओर से इससे पहले सोमवार को राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद अगले तीन साल के लिए फिर से नियुक्त करने के आदेश जारी किए गए थे. संगीता बेनीवाल भी जोधपुर से आती हैं. उन्हें फिर से अध्यक्ष बनाकर गहलोत ने जाटों को साधने की कोशिश की है. इसके अलावा जिले में ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के सामने जाट नेत्री को आगे बढ़ाया है.