जयपुर. राजस्थान में जल्द ही पुलिस मुख्यालय से जिला पुलिस को मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट वैन उपलब्ध करवाई जाएंगी. इसके बाद राजस्थान देश का पहला राज्य होगा,(Rajasthan Police use this van for the first time in the country) जहां पर पुलिस इस किस्म की स्पेशल वैन (Mobile Investigation Unit Vans) का प्रयोग क्राइम सीन पर जाकर इन्वेस्टिगेशन के लिए करेगी. केंद्र सरकार से मिलने वाले पुलिस बजट का प्रयोग करते हुए यह स्पेशल वैन तैयार करवाई गई है. इस वैन के प्रयोग से न केवल पुलिस का काम काफी आसान होगा, बल्कि पीड़ित को भी बार-बार पुलिस थाने के चक्कर काटने से निजात मिलेगी.
क्राइम सीन पर ले जाने वाले तमाम उपकरण रहेंगे वैन में मौजूदः फिलहाल 10 करोड़ रुपए की लागत से राजस्थान पुलिस ने ऐसी 71 स्पेशल वैन बनवाई हैं. जिसमें से अभी तकरीबन 20 वैन तैयार होकर पुलिस मुख्यालय पहुंच चुकी हैं. बाकी वैन भी अप्रैल माह तक राजस्थान पुलिस को मिल जाएंगी.एडीजी क्राइम डॉ.रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट वैन में क्राइम सीन पर काम आने वाले तमाम उपकरण और (Every equipment will be present in the van for the crime scene ) अन्य संसाधन मौजूद रहेंगे.
चाहे दुष्कर्म की वारदात हो या फिर कोई अन्य संगीन अपराध, पुलिस मौके पर ही तमाम तरह के साक्ष्य जुटा सकेगी और सैंपलिंग कर सकेगी. साथ ही वैन में नारकोटिक्स किट भी मौजूद रहेगा. जिसकी सहायता से पुलिस मौके पर ही मादक पदार्थों की प्राथमिक जांच व सैंपलिंग कर सकेगी. उन्होंने बताया कि मौके से खून के नमूने उठाने व बुलेट आदि के नमूने उठाने के लिए भी वैन में किट मौजूद रहेगा. वैन में रात के समय घटनास्थल के आसपास सर्च करने के लिए हाई पावर सर्च लाइट मौजूद रहेगी और पूरे क्राइम सीन को सील करने के लिए विशेष किस्म की टेप भी मौजूद रहेगी. महिला अपराधों से जुड़े हुए प्रकरणों की जांच के लिए विशेष किस्म से तैयार किया हुआ सेक्सुअल एसॉल्ट किट भी वैन में मौजूद रहेगा.
वैन में लगी होगी मेज और कुर्सी, मौके पर दर्ज होंगे बयानः एडीजी क्राइम ने बताया कि स्पेशल वैन में अनुसंधान अधिकारी व अन्य पुलिसकर्मियों के बैठने के लिए मेज व कुर्सी की व्यवस्था होगी. क्राइम सीन पर चाहे पीड़ित के बयान दर्ज करने हों या फिर किसी संदिग्ध से पूछताछ करनी हो. वह तमाम काम वैन के अंदर बड़ी आसानी से किए जा सकेंगे. साथ ही पुलिसकर्मी क्राइम सीन से ही तमाम कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद थाने पर वापस आएंगे. इसका सबसे बड़ा फायदा पीड़ित को होगा और उसे बार-बार पुलिस थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. भारत में सीबीआई और स्पेशल फोर्स की ओर से ही इस तरह की विशेष किस्म की वैन का प्रयोग किया जा रहा है. यह वैन अपने आप में चलता फिरता एक पूरा थाना होगी. जिसमें तमाम साजो सामान मौजूद रहेगा.
वैन में होगी कंप्यूटर प्रिंटर और अलमारी की व्यवस्थाः इस विशेष किस्म की वैन में क्राइम सीन पर तमाम कागजी कार्रवाई पूरा करके उसका प्रिंट निकाल कर पीड़ित और गवाहों के हस्ताक्षर कराने के लिए कंप्यूटर व प्रिंटर की भी व्यवस्था होगी. साथ ही अनुसंधान अधिकारी की ओर से सामान रखने के लिए एक छोटी अलमारी भी वैन के अंदर मौजूद होगी. जिसमें तमाम दस्तावेज और जरूरी सामान को सुरक्षित रखा जा सकेगा. साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए वैन में हेलमेट, डंडा, सुरक्षा कवच आदि उपकरण भी मौजूद रहेंगे. वैन में मौजूद तमाम आवश्यक सामान व कीट के चलते अब क्राइम सीन से सबूत मिटाना काफी मुश्किल हो जाएगा.