जयपुर. राजस्थान में सियासी संग्राम के बाद कांग्रेस का संगठन पूरी तरीके से बदल चुका है. महिला कांग्रेस अध्यक्ष को छोड़कर प्रदेश कांग्रेस और उसके अग्रिम संगठनों के अध्यक्ष पद पर बदलाव हो चुका है. वहीं, कहा ये भी जा रहा है कि पायलट और गहलोत कैंप में सुलह हो चुकी है, लेकिन राजस्थान यूथ कांग्रेस का विवाद अब भी जारी है.
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यूथ कांग्रेस में वोटिंग के जरिए जीत कर आए मुकेश भाकर अब भी खुद को यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बता रहे हैं, वहीं सियासी घमासान के बीच मुकेश भाकर की जगह गणेश घोघरा को यूथ कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था. ऐसे में यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस के नेताओं में अब भी तल्खी बरकरार है. यही कारण है कि यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा के पदभार कार्यक्रम को हुए 25 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब भी यूथ कांग्रेस मुख्यालय पुलिस के पहरे में है.
प्रदेश युवा कांग्रेस मुख्यालय में 20 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी हुई है, जो 10-10 की संख्या में 2 शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं. पहली शिफ्ट सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक होती है और दूसरी शिफ्ट में तैनात पुलिसकर्मी दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक ड्यूटी करते हैं. गौरतलब है कि इससे पहले कभी यूथ कांग्रेस मुख्यालय पर इस तरह से पुलिस की तैनाती नहीं हुई थी.
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बता दें कि 24 अगस्त को गणेश घोघरा का पदभार कार्यक्रम था और उससे एक दिन पहले विधायक मुकेश भाकर ने खुद को निर्वाचित अध्यक्ष बताते हुए अपने समर्थकों के साथ युवा कांग्रेस मुख्यालय पर धरने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रदेश युवक कांग्रेस मुख्यालय पर ये पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे. हालांकि, मुकेश भाकर धरना देने नहीं आए. लेकिन, 25 दिनों से युवा कांग्रेस मुख्यालय पर पुलिसकर्मी तैनात हैं, जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं.