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Dalit Marriages : दलित वर्ग की बारातों में हो रहे हमलों को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जारी किया सर्कुलर, सख्ती से पालना के निर्देश

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Published : Dec 2, 2021, 5:41 PM IST

Updated : Dec 2, 2021, 8:05 PM IST

दलित वर्ग के शादी समारोह में बिंदोली रोकने, दूल्हे को घोड़ी न चढ़ने देने, बारातियों से मारपीट और बैंड नहीं बजाने देने जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने 9 पॉइंट का सर्कुलर (Police headquarter circular) जारी किया है. इसकी सख्ती से पालना के निर्देश दिए गए हैं.

Jaipur police headquarter
जयपुर पुलिस मुख्यालय

जयपुर. प्रदेश में बीते कुछ दिनों में दलित वर्ग के विवाह समारोह में बिंदोली रोकने, दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने देने, बारातियों से मारपीट और बैंड नहीं बजाने देने जैसी घटनाएं सामने आई हैं. इस तरह की घटनाओं के चलते पुलिस मुख्यालय ने तमाम रेंज आईजी और जिला एसपी को 9 पॉइंट का एक सर्कुलर (Police headquarter circular) जारी कर इसकी सख्ती से पालना के निर्देश दिए गए हैं.

एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि प्रदेश में बीते दिनों दलित वर्ग के लोगों के बरात निकासी के दौरान अनेक तरह की घटनाएं सामने आई हैं. इसके मद्देनजर एक सर्कुलर जारी किया गया है. जिसके तहत ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाली लोगों के विरुद्ध एससी/एसटी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सर्कुलर में उल्लेख है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तमाम जिला पुलिस अधीक्षक अपने समस्त थाना अधिकारियों को यह निर्देशित करें कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसे स्थान जहां पर दलित वर्ग व अन्य सामाजिक वर्गों में किसी प्रकार का तनाव या विवाद चल रहा है या पूर्व में इस तरह की घटनाएं घटित हुई है, उन्हें चिन्हित किया जाए. किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना का अंदेशा होने पर संदिग्ध लोगों के विरुद्ध पहले से ही निरोधात्मक कार्रवाई की जाए.

पढ़ें: Dalit Groom Procession : BJP ने दलित अत्याचार मामले में CM गहलोत को घेरा, दलित विरोधी होने का लगाया आरोप

इसके साथ ही प्रत्येक थाना इलाके में बीट स्तर पर यह जानकारी जुटाई जाए कि निकट भविष्य में किन-किन दलित परिवारों के घर पर शादी का कार्यक्रम है. साथ ही सद्भावना के साथ बिंदोली निकालने की व्यवस्था करवाई जाए. सभी बीट कांस्टेबल अपने-अपने क्षेत्र में पंच, सरपंच, पार्षद, सीएलजी सदस्य, पुलिस मित्र एवं संबंधित समुदायों के साथ समन्वय कर मीटिंग करें. उक्त सभी को सूचित कर अपने स्तर पर लोगों से समझाइश का प्रयास करें. इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए सभी समुदायों के नागरिकों को संबंधित कानूनों के बारे में शिक्षित करें.

पढ़ें: Dalit Groom Procession : पुलिस सुरक्षा में निकली दलित दूल्हे की बारात...4 थानों की पुलिस रही मौजूद, जयपुर ग्रामीण एसपी ने संभाली कमान

इसके साथ ही जिला कलेक्टर के साथ समन्वय करते हुए सभी पटवारियों को भी इन प्रकरणों को लेकर जागरूकता लाई जाए, ताकि इस तरह की घटना की संभावना होने पर तुरंत प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को सूचित किया जा सके. इस तरह की घटना होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व वृत्ताधिकारी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करें. साथ ही नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करते हुए कानून व्यवस्था सुचारू रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.

पढ़ें: Gang Rape Case in Kota: निलंबित RPS अधिकारी और भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज

इस प्रकार की घटना की शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए और निर्धारित समय में अनुसंधान पूरा किया जाए. घटना की सूचना अविलंब ईमेल या रेडियोग्राम के जरिए पुलिस मुख्यालय और एडीजी सिविल राइट तक पहुंचाई जाए. साथ ही पूरे घटनाक्रम की जानकारी और कार्रवाई की रिपोर्ट पेश की जाए. इसके साथ ही ऐसी घटनाओं को लेकर पूर्व में पुलिस मुख्यालय द्वारा जितने भी निर्देश और परिपत्र जारी किए गए हैं, उनकी पालना सुनिश्चित करवाई जाए.

दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त एक्शन

मेहरड़ा ने बताया की दलित वर्ग की शादियों में ऐसी घटनाओं में यदि पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर होती है, तो उनके खिलाफ सख्त विभागीय एक्शन लिया जाएगा. इसे लेकर सरकार के साथ ही पुलिस भी काफी गंभीर है. पूर्व में भी अनेक प्रकरणों में पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर होने पर उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है. दलित वर्ग के लोगों की शादी समारोह में हाल ही में जयपुर जिला ग्रामीण के कोटपूतली थाना क्षेत्र में हुए प्रकरण में लापरवाही उजागर होने पर कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है.

जयपुर. प्रदेश में बीते कुछ दिनों में दलित वर्ग के विवाह समारोह में बिंदोली रोकने, दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने देने, बारातियों से मारपीट और बैंड नहीं बजाने देने जैसी घटनाएं सामने आई हैं. इस तरह की घटनाओं के चलते पुलिस मुख्यालय ने तमाम रेंज आईजी और जिला एसपी को 9 पॉइंट का एक सर्कुलर (Police headquarter circular) जारी कर इसकी सख्ती से पालना के निर्देश दिए गए हैं.

एडीजी क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि प्रदेश में बीते दिनों दलित वर्ग के लोगों के बरात निकासी के दौरान अनेक तरह की घटनाएं सामने आई हैं. इसके मद्देनजर एक सर्कुलर जारी किया गया है. जिसके तहत ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाली लोगों के विरुद्ध एससी/एसटी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सर्कुलर में उल्लेख है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तमाम जिला पुलिस अधीक्षक अपने समस्त थाना अधिकारियों को यह निर्देशित करें कि उनके थाना क्षेत्र में ऐसे स्थान जहां पर दलित वर्ग व अन्य सामाजिक वर्गों में किसी प्रकार का तनाव या विवाद चल रहा है या पूर्व में इस तरह की घटनाएं घटित हुई है, उन्हें चिन्हित किया जाए. किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना का अंदेशा होने पर संदिग्ध लोगों के विरुद्ध पहले से ही निरोधात्मक कार्रवाई की जाए.

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इसके साथ ही प्रत्येक थाना इलाके में बीट स्तर पर यह जानकारी जुटाई जाए कि निकट भविष्य में किन-किन दलित परिवारों के घर पर शादी का कार्यक्रम है. साथ ही सद्भावना के साथ बिंदोली निकालने की व्यवस्था करवाई जाए. सभी बीट कांस्टेबल अपने-अपने क्षेत्र में पंच, सरपंच, पार्षद, सीएलजी सदस्य, पुलिस मित्र एवं संबंधित समुदायों के साथ समन्वय कर मीटिंग करें. उक्त सभी को सूचित कर अपने स्तर पर लोगों से समझाइश का प्रयास करें. इस सामाजिक कुरीति को समाप्त करने के लिए सभी समुदायों के नागरिकों को संबंधित कानूनों के बारे में शिक्षित करें.

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इसके साथ ही जिला कलेक्टर के साथ समन्वय करते हुए सभी पटवारियों को भी इन प्रकरणों को लेकर जागरूकता लाई जाए, ताकि इस तरह की घटना की संभावना होने पर तुरंत प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को सूचित किया जा सके. इस तरह की घटना होने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व वृत्ताधिकारी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करें. साथ ही नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करते हुए कानून व्यवस्था सुचारू रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.

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इस प्रकार की घटना की शिकायत पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार किया जाए और निर्धारित समय में अनुसंधान पूरा किया जाए. घटना की सूचना अविलंब ईमेल या रेडियोग्राम के जरिए पुलिस मुख्यालय और एडीजी सिविल राइट तक पहुंचाई जाए. साथ ही पूरे घटनाक्रम की जानकारी और कार्रवाई की रिपोर्ट पेश की जाए. इसके साथ ही ऐसी घटनाओं को लेकर पूर्व में पुलिस मुख्यालय द्वारा जितने भी निर्देश और परिपत्र जारी किए गए हैं, उनकी पालना सुनिश्चित करवाई जाए.

दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त एक्शन

मेहरड़ा ने बताया की दलित वर्ग की शादियों में ऐसी घटनाओं में यदि पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर होती है, तो उनके खिलाफ सख्त विभागीय एक्शन लिया जाएगा. इसे लेकर सरकार के साथ ही पुलिस भी काफी गंभीर है. पूर्व में भी अनेक प्रकरणों में पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर होने पर उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया गया है. दलित वर्ग के लोगों की शादी समारोह में हाल ही में जयपुर जिला ग्रामीण के कोटपूतली थाना क्षेत्र में हुए प्रकरण में लापरवाही उजागर होने पर कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है.

Last Updated : Dec 2, 2021, 8:05 PM IST
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