जयपुर. मोबाइल चोरी की घटनाएं आम बात हो गई हैं. आए दिन बसों में सार्वजनिक स्थानों पर, ट्रेनों में मोबाइल चोरी की सैंकड़ों वारदातें सामने आती हैं. मोबाइल चोरी इतनी आम बात हो गई है कि कई बार तो लोग शिकायत भी दर्ज नहीं कराते हैं. कुछ लोग कराते हैं तो पुलिस की उदासीनता के चलते उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी. लेकिन पुलिस कमिश्नरेट जयपुर ने एक अभियान की शुरुआत की है. 'अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ'.
इस अभियान के अंतर्गत पुलिस कमिश्नरेट जयपुर ने एक स्पेशल टीम का गठन किया है. ये टीम अब मोबाइल चोरों पर लगाम लगाएगी. जयपुर शहर में लगातार बढ़ रही मोबाइल चोरी की वारदातों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने मोबाइल चोरी के प्रकरणों में 'अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ' अभियान की कार्ययोजना तैयार की है. राजधानी जयपुर में अगर आपका मोबाइल गुम हुआ है या फिर चोरी हुआ है, तो अब 'अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ' अभियान के तहत आपको अपना खोया मोबाइल जल्द मिल जाएगा.
एक दिन पहले ही स्पेशल टीम ने लॉकडाउन में 3 सालों से गुम और चोरी हुए 2 करोड़ रुपए से ज्यादा के 1422 स्मार्टफोन बरामद किए हैं. इससे पहले भी 800 मोबाइल को जयपुर पुलिस परिवादियों को लौटा चुकी है.
कैसे पाएं चोरी हुआ फोन?
अगर आपका मोबाइल पिछले 3 साल में गुम या चोरी हुआ है तो आप अपने मोबाइल को कैसे प्राप्त कर सकते है. इसकी भी जानकारी हम आपको दे देते है. दरअसल जो आपके मोबाइल का IMEI नंबर है या जो FIR या परिवाद आपने थाने में दर्ज करवाई थी, आपको उसी थाने जाना पड़ेगा. स्थानीय पुलिस को आप IMEI और परिवाद दिखाकर अपने गुम हुए मोबाइल की जानकारी ले सकते है. अगर स्थानीय थाना पुलिस सहयोग नहीं कर रही है तो आप डीसीपी ऑफिस जा सकते हैं. जहां डीसीपी ऑफिस में तैनात स्पेशल टीम आपकी मदद करेगी.