जयपुर. राजधानी की मुहाना थाना पुलिस ने 65 लाख रुपए की साइबर ठगी की घटना का खुलासा किया है. मुहाना थाना पुलिस ने शनिवार को महाराष्ट्र निवासी महिला आरोपी देवी प्रकाश अंबेडकर को गिरफ्तार किया है. महिला ने कोरोना महामारी और अन्य बीमारियों के इलाज में उपयोग की जाने वाली मेडिसिन बनाने के काम आने वाले केमिकल का व्यापार करने का झांसा देकर साइबर ठगी की थी. आरोपी महिला के पास से 5 कीपैड मोबाइल, 4 मल्टीमीडिया मोबाइल फोन, 3 सिम कार्ड और 1 लैपटॉप भी बरामद किया गया है. साथ ही महिला के पास से 1 लाख रुपये नकदी बरामद की गई और 4 लाख रुपये बैंक खाते में फ्रीज किए गए हैं. वहीं, महिला का पति जॉर्ज आईकेई नाइजीरियन निवासी अभी भी फरार है.
डीसीपी साउथ योगेश गोयल के मुताबिक 10 जुलाई 2022 को परिवादी रवि शेखर शर्मा ने (Accused arrested in Jaipur Fraud Case) रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. उसने बताया था कि उससे लिंक्डइन ऐप के माध्यम से संपर्क करके भारत से एक मेडिसिनल प्लांट पिलानिया टाटा लिक्विड बेचने के लिए संपर्क किया गया था. भारत में उत्पाद 2750 डॉलर प्रति किलो मिलने और इसे अमेरिका में 3700 डॉलर प्रति लीटर में बेचने की बात कही गई थी.
पढ़ें: न कॉल न मैसेज फिर भी खाते से गायब हो गए लाखों रुपए
कंपनी की ओर से ईमेल भी करवाया गया. सैंपल खरीदने के लिए परिवादी से एसजी इंटरप्राइजेज नाम की फर्म में रुपए जमा करवा लिए गए. इसके बाद कोरियर के जरिए सैंपल को लेकर चेकिंग के लिए दिल्ली होटल में बुलाया गया था. कंपनी की प्रतिनिधि मैकार्थी मोरगन नाम के व्यक्ति ने परिवादी से मीटिंग करने के बाद सैंपल पास होने का झांसा दिया. परिवादी को 2 लाख 13 हजार 500 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से 30 लीटर पिनालिया टरनाटा लिक्विड एक्सट्रैक्शन अर्क कंपनी से खरीदने का झांसा देकर कुल 65 लाख 5000 रुपये की ठगी की गई.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. आरोपियों की धरपकड़ के लिए एडीसीपी साउथ भरत लाल मीणा के निर्देशन में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस ने वारदात का पर्दाफाश किया है. आरोपी महिला को ट्रेस करके गिरफ्तार किया गया है. आरोपी महिला की पुलिस रिमांड लेकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग के अन्य लोगों के बारे में अनुसंधान किया जा रहा है.
कॉल सेंटर पर करती थी काम : मुहाना थाना अधिकारी लखन सिंह खटाना के मुताबिक आरोपियों (65 Lakhs Fraud in Jaipur) ने सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से अपने आप को अमेरिका की फार्मा कंपनी का प्रतिनिधि बताकर मेडिकल फार्मा फैक्ट्री में उपयोग लिए जाने वाला लिक्विड खरीदने का झांसा दिया था. आरोपी महिला देवी प्रकाश पहले कॉल सेंटर में काम करती थी और पिछले 10 साल से जॉर्ज आईकेई नाइजीरियन निवासी के संपर्क में थी. महिला ग्रिमस हेमा जॉनसन और दिवा नाम की विदेशी महिला बनकर फर्जी सिम कार्ड के माध्यम से लोगों से संपर्क करके ठगी करती थी.
65 लाख की ठगी : आरोपी महिला ने जॉर्ज आईकेई से शादी की थी. महिला मुंबई में अलग-अलग जगह किराए के मकान लेकर, पहचान छिपाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रही थी. केमिकल खरीदने पर भुगतान के लिए आरोपियों की ओर से परिवादी से अलग-अलग बैंक खातों में कुल 65 लाख 5000 रुपये ट्रांसफर करवा लिए. इसके बाद एटीएम और ऑनलाइन एपों के माध्यम से रुपये विड्रॉ करवा लिए गए.
पढ़ें: Online fraud in Bharatpur: खाता अपडेट करने के नाम पर उड़ा लिए 2 लाख रुपए, मामला दर्ज
आरोपियों ने जिन बैंक खातों से ठगी की राशि को ट्रांसफर किया, उन बैंक खातों में (Cyber Fraud in Jaipur) करोड़ों रुपए का लेनदेन सामने आया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी महिला अलग-अलग केमिकल पाउडर बेचने के लिए कई नाइजीरियन ठगों को कॉलिंग के लिए फर्जी नंबर और नाम व्हाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध करवाती थी.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने लोगों को झांसे में लेकर फर्जी केमिकल कुरियर के जरिए भेजने के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में रुपये जमा करवाए थे. आरोपियों की ओर से काम में लिए गए एक ही व्यक्ति के नाम से करीब 26 फर्जी बैंक खाते होने की जानकारी सामने आई है. वहीं, कुल 40 से अधिक फर्जी बैंक खातों की जानकारी सामने आई. आरोपी महिला देवी प्रकाश लोगों को कॉल करने के लिए अलग-अलग फर्जी सिम और कीपैड मोबाइल का उपयोग करती थी. आरोपियों ने अलग-अलग फर्जी बैंक खातों में ठगी की राशि को जमा करवा कर अलग-अलग स्थान पर विभिन्न माध्यमों से राशि निकाल ली थी. पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ कर रही है. अन्य आरोपियों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है.