जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य धर्मेंद्र महाराज के निधन पर गहरा शोक (death of Acharya Dharmendra Maharaj) जताया है. साथ ही आचार्य के पुत्र प्रणवेंद्र शर्मा को पत्र भेजकर संवेदनाएं व्यक्त की हैं. इससे पहले बीमारी के दौरान जब आचार्य धर्मेंद्र एसएमएस अस्पताल में भर्ती थे, तब भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली थी.
पीएम मोदी ने (PM Modi sent condolence message) अपने शोक संदेश में कहा कि भगवान श्री राम में अटूट श्रद्धा रखने वाले आचार्य धर्मेंद्र महाराज का जीवन समाज और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित रहा. लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किए गए उनके कार्यों को सदैव याद किया जाएगा. उनका देहावसान धार्मिक और आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. आज वह सशरीर इस संसार में नहीं हैं, पर उनसे जुड़ी स्मृतियां व जीवन-मूल्य सपरिवार सदस्यों के साथ बने रहेंगे.
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19 सितंबर को हुआ था स्वर्गवास : आचार्य धर्मेंद्र पिछले 1 महीने से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती थे. जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. लेकिन हालत बिगड़ने के बाद आचार्य धर्मेंद्र का 19 सितंबर को निधन हो गया था. आचार्य के पुत्र प्रणवेंद्र शर्मा ने बताया कि गोधरा कांड के बाद जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब महाराज के बुलावे पर उन्होंने विराटनगर स्थित आश्रम पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी.
प्रणवेंद्र शर्मा ने बताया कि (condolence message on death of Acharya Dharmendra) केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा नेता ओम प्रकाश माथुर, सहित एक दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं ने शोक संवेदना भेजी है.
विहिप के मार्गदर्शक मंडल में रहे आचार्य धर्मेंद्र राम जन्मभूमि आंदोलन के बड़े चेहरों में से एक थे. बाबरी विध्वंस मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने जब सभी 32 आरोपियों को बरी किया था तो उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा था 'सत्य की जीत हुई है'.