जयपुर. पितृपक्ष या श्राद्ध पक्ष के मौके पर राजधानी जयपुर में (Pitru Paksha) नवाचार किया जा रहा है. अपने पूर्वजों की स्मृतियों को संजोने के लिए शहरवासी पेड़ पौधे लगाकर उनकी जिम्मेदारी ले रहे हैं. उनका मानना है कि ये मुहिम न केवल परंपराओं को सहेजेगी बल्कि पर्यावरण को भी बेहतर बनाने में मददगार होगी. इसके साथ ही शहर के अलग-अलग पार्कों से पौधारोपण का अभियान शुरू किया गया.
इस बार श्राद्ध 16 दिन के रहेंगे. 10 सितंबर से शुरू हुए श्राद्ध पक्ष का 25 सितंबर को (Plantation in Jaipur) अमावस्या पर समापन होगा. इस अवधि में पूर्वजों की दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने का दौर जारी है. माना जाता है कि इस अवधि में किए गए अनुष्ठान पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त कराने में मददगार होते हैं. इस दौरान लोग तर्पण, श्राद्ध और दान सहित अनुष्ठान करते हैं. साथ ही पूर्वजों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं. इस बार जयपुर वासियों ने इन अनुष्ठानों में पौधरोपण को भी शामिल किया है.
शहर में पौधारोपण अभियान: जयपुर के कई पार्कों में पौधारोपण किए जा रहे हैं. खासकर सेंट्रल पार्क में जेडीए के सहयोग से पौधरोपरण अभियान चल रहा है. जिसमें लोग बड़ी तादाद में पौधे लगा रहे हैं. जेडीए के फोरेस्ट कंजर्वेटर महेश तिवाड़ी ने बताया कि लोगों के लिए अपनी पंपराओं को सहेजने के साथ ही पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का भी मौका है. उन्होंने बताया कि पौधे लगाने के बाद देखभाल का जिम्मा जेडीए भी निभाएगा.
वहीं शहरवासियों की मानें तो ये एक अच्छी पहल है, जो पर्यावरण के संरक्षण के लिए जरूरी (Plantation in Pitru Paksha) है. एक पेड़ के तौर पर पूर्वजों की यादों को हमेशा जीवंत रखा जा सकता है. जेडीए इसके लिए पौधे उपलब्ध करा रहा है. फिलहाल पौधारोपण सेंट्रल पार्कों में किया जा रहा है. जिससे और भी लोगों को जुड़ना चाहिए.
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बहरहाल, श्राद्ध पक्ष में लोगों की इस पहल से न सिर्फ उनके पूर्वजों की स्मृति जीवंत होगी बल्कि पर्यावरण को भी इससे फायदा मिलेगा. आपको बता दें कि जेडीए ने इस मानसून सीजन में जयपुर की सड़कों, पार्कों के अलावा शहर में सघन पौधरोपरण का अभियान शुरू किया है. जिसमें एक लाख पौधे लगाने का टारगेट रखा गया है. जिससे शहरवासी भी जुड़ते दिख रहे हैं.