जयपुर. राजस्थान छात्रसंघ चुनावों में मिली हार के बाद राजस्थान एनएसयूआई (RUSU election 2022) अध्यक्ष अभिषेक चौधरी सवालों के घेरे में हैं. सबसे ज्यादा चर्चा निर्मल चौधरी की हो रही है. जो राजस्थान विवि के अध्यक्ष चुने गए हैं. चर्चा इसलिए भी क्योंकि यह एक ओपन सीक्रेट है कि निर्मल चौधरी सचिन पायलट कैंप के विधायक मुकेश भाकर की टीम के सदस्य हैं और मुकेश भाकर ने हीं निर्मल चौधरी की जीत में अहम भूमिका निभाई है.
निर्मल पर मेरा हाथ: निर्मल की जीत से भाकर उत्साहित हैं (Pilot Camp MLA Mukesh Bhakar). आक्रामक भी. उन्होंने निर्मल चौधरी का टिकट काटे जाने का कारण उनका गरीब किसान परिवार से होना और मुकेश भाकर की टीम का सदस्य होना बताया है. मुकेश भाकर की लाडनूं विधानसभा में हुए कार्यक्रम में मुकेश भाकर यह कहते नजर आ रहे हैं कि उस टाइम क्योंकि मुकेश भाकर का ठप्पा निर्मल पर लगा हुआ था, तो उन्होंने सोचा की निर्मल चौधरी का टिकट काट लें, लेकिन हम किसी की दया पर राजनीति नहीं कर रहे.
वायरल वीडियो में खुला चैलेंज: उन्होंने कहा कि एनएसयूआई के पास पूरे संसाधन मौजूद है वह हर बात का सर्वे करवाती, लेकिन सिर्फ किसान का बेटा है और पैसे नहीं लगा सकता है. मुकेश भाकर और उसकी टीम की छाप लगी हुई है इसलिए इसका टिकट काट लें ,तो वो जान लें कि हम किसी की दया पर राजनीतिक नही करते. भाकर ने चैलेंज करते हुए कहा कि जितना जोर होगा हमारे पैरों में तब तक हम राजनीति करेंगे 5 साल विधायक रहेंगे.
आगे चाहें नहीं रहे लेकिन ऐसा नहीं होने देंगे की किसान का टिकट केवल हमारे नाम के चलते काट दिया जाए ओर हम शांति से बैठ जाएं. आपको बता दें की अभिषेक चौधरी का भी निशाना सीधे तौर पर मुकेश भाकर पर ही था. भाकर निर्मल चौधरी के साथ पूरे चुनाव के दौरान कंधे से कंधा लगाकर चल रहे थे, जबकि एनएसयूआई ने टिकट रितु बराला को दिया था.
पढ़ें-छात्रसंघ चुनावों में हार पर बोले NSUI प्रदेशाध्यक्ष, 'विभीषण और जयचंदों' का कोई समाधान नहीं
ये भी पढ़ें-पायलट ने राजस्थान में NSUI की हार पर कही ये बात
ट्वीट वॉर में उलझी कांग्रेस: इस बीच सभी हार की समीक्षा अपने अंदाज और सहूलियत के हिसाब से कर रहे हैं. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ये तक कह दिया था कि एनएसयूआई को सोचना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ? इसके बाद ट्वीट वॉर शुरू हुआ. अभिषेक चौधरी ने जवाब में जयचंदों की बात की. इस पर पलटवार दिव्या मदेरणा ने किया.