जयपुर. राजस्थान के गुड़ामलानी से वरिष्ठ विधायक ओर पायलट खेमे के हेमाराम ने 18 मई को अपने पद से इस्तीफा दिया था. जिसको लेकर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने भी हेमाराम को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद 7 दिन में विधान सभा में उपस्थित होने को कहा था. लेकिन अब हेमाराम चौधरी का इस्तीफा मंजूर होने की संभावना न के बराबर है. कम से कम शुक्रवार को बनाई गई विधानसभा समितियों को देखकर तो यही संकेत मिल रहे हैं.
दरअसल स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने हेमाराम चौधरी को विधानसभा में नई जिम्मेदारी देते हुए राजकीय उपक्रम समिति में सभापति बनाया है. हेमाराम को विधानसभा में दी गई इस नियुक्ति से ही सीपी जोशी की मंशा साफ हो गई है कि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं होगा. जबकि हेमाराम के इस्तीफे का मामला अभी स्पीकर के पास लंबित है.
18 मई को जब हेमाराम चौधरी ने इस्तीफा दिया था तो कहा था कि वो अपना किसी भी कीमत पर इसे वापस नही लेंगे. इस मामले में विधानसभा सचिवालय ने हेमाराम को लॉकडाउन खुलने के 7 दिन के भीतर आकर अपनी बात रखने को कहा था. इसके बाद हेमाराम ने स्पीकर से मिलने की कोशिश भी की लेकिन दोनों की मुलाकात नहीं हो सकी थी.
अब स्पीकर सीपी जोशी ने उन्हें समिति में नियुक्ति दे दी है और सोमवार से 7 दिन के लिए नाथद्वारा जा रहे हैं. इस दौरान हेमाराम को जो नियुक्ति मिली है वो साफ संकेत दे रहा है कि उनका इस्तीफा मंजूर होने की संभावना कम ही है.