जयपुर. जहां पहले पीसीसी चीफ के दफ्तर की दीवारें पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की तस्वीरों से अटी पड़ी थी, उनको कबाड़ में पटक दिया गया है. साथ ही कार्यालय के अंदर जो भी उनके जरूरी कागजात रखे थे, उनकी पोटली बनाकर एक कोने में पटक दिया गया.
दरअसल, सचिन पायलट की बगावत के बाद तस्वीर साफ हो चुकी थी कि अब उनको कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से कभी भी हटाया जा सकता है. यही वजह है कि एक दिन पहले भी उनके बैनर-पोस्टर मुख्य गेट से हटाए गए. लेकिन आलाकमान से बातचीत में कुछ उम्मीद देख वापस पोस्टर चस्पा किए गए.
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लेकिन मंगलवार को नए पीसीसी चीफ की कुर्सी के लिए गोविंद सिंह डोटासरा के एलान के बाद कांग्रेस मुख्यालय से सचिन पायलट का नामोनिशान ही मिटा दिया गया. पहले जहां नेम प्लेट पर नए प्रदेशाध्यक्ष का नाम चस्पा किए और उसके बाद कार्यकर्ताओ में उनकी तस्वीरें हटाने की होड़ मच गई. एक-एक करके सचिन पायलट की सभी तस्वीरें जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी यहां तक कि मुख्यमंत्री के साथ वाली बड़ी फोटो फ्रेम को भी मीडिया से बचाते हुए एक बंद पड़े कमरे के कोने में पटकर ताला ठोक दिया गया.
इसके अलावा जो पदाधिकारी सचिन पायलट से नाखुश थे, जो कि पिछले 6 साल से कांग्रेस दफ्तर नहीं आ सके. वो भी खुशी-खुशी मुख्यालय पहुंचे. ऐसे में अब सभी को नए पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के कार्यभार ग्रहण करने का इंतजार है.