राजस्थान. देशभर में लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आम आदमी की कमर टूटी जा रही है. राज्य में करीब 750 पेट्रोल पंप सोमवार को बंद रहने से पेट्रोल-डीजल के व्यापार पर भी बड़ा असर पड़ेगा. देश में सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल व डीजल श्रीगंगानगर में मिल रहा है.
राजस्थान में पेट्रोल-डीजल महंगा होने का एक कारण वैट अधिक होना भी है तो वहीं दूसरा कारण ट्रांसपोर्टेशन खर्च अधिक होने के चलते पेट्रोल-डीजल आम उपभोक्ता को महंगा मिल रहा है. पड़ोसी जिलों में पेट्रोल 120.02 रुपये और डीजल 110.85 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. जबकि राजस्थान के पड़ोसी राज्य में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की वजह से यहां बिक्री भी कम हो रही है. श्रीगंगानगर में पंजाब सीमा पास पड़ती है. ऐसे में वहां पेट्रोल का दाम 109.40 तथा डीजल 99.24 रुपये प्रति लीटर है. जबकि हरियाणा में पंजाब से भी दो रुपये सस्ता पेट्रोल-डीजल मिलता है.
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श्रीगंगानगर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष आशुतोष गुप्ता ने बताया कि जिले में पेट्रोल-डीजल की तस्करी होने से करीब 33 प्रतिशत पेट्रोल पंप बंद होने के कगार पर हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 10 पेट्रोल पंप पूरी तरह से बंद हो गए हैं. वहीं, कुछ पंप कागजों में इसलिए चल रहे हैं, क्योंकि पंप बंद हुए तो सरकार से पंप के लिए अलॉट हुई भूमि वापस देनी पड़ेगी. ऐसे में कुछ पंप संचालक मजबूरी में कागजों में पंप चालू दिखा रहे हैं, जबकि वहां पेट्रोल-डीजल की बिक्री काफी समय से पूर्णतया बंद है.
राज्य में अधिक वैट के साथ ही जिले में एक नई चुनौती बायोडीजल के नाम पर बिक रहे बेस ऑयल अथवा अन्य पेट्रोलियम पदार्थ की भी है. यह बायोडीजल करीब 60 प्रति लीटर मिलता है. ऐसे में लोग कई जगह पर इसका भंडारण करके बेचते हैं और इसका असर भी पेट्रोल पंप संचालकों की बिक्री पर आता है. डीलर एसोसिएशन अध्यक्ष आशुतोष गुप्ता ने बताया कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच नए पेट्रोलियम मंत्री से मुलाकात कर सीमावर्ती जिलों में पेट्रोल डीजल सस्ता देने की बात का प्रस्ताव देने के लिए डीलर एसोसिएशन ने पेट्रोलियम मंत्री से समय मांगा, लेकिन आज तक मंत्री ने समय नहीं दिया. जिसके चलते मुलाकात नहीं हो पाई है.
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पंजाब से सटे सीमावर्ती जिला श्रीगंगानगर में तेजी से बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की तस्करी के बीच पेट्रोल पंप संचालकों पर दोहरी मार पड़ रही है. एक तरफ तस्करी बढ़ने से रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल पंप बंद होने से रोजगार छिना जा रहा है. ऐसे में पंप संचालक सरकार को प्रस्ताव दे रहे हैं कि सीमावर्ती राज्यों का पेट्रोल-डीजल पर वैट कम कर पंजाब के बराबर किया जाए, ताकी पेट्रोल पंप बंद होने से बचा सके.