जयपुर. राज्य सरकार की ओर से पेंशनर्स व राज्य कर्मियों को कैशलेस दवाइयों की डोर-स्टेप उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीजीएचएस की तर्ज पर आरजीएचएस योजना लागू की गई है. योजना के क्रियान्वयन और डोर-स्टेप डिलीवरी के लिए कॉनफैड को स्टेट नोडल एजेंसी बनाया गया है.
सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार मुक्तानंद अग्रवाल ने बताया कि कॉनफैड दवाइयों की डोर-स्टेप डिलीवरी के लिए स्टेट लॉजिस्टिक सर्विस प्रोवाइडर हॉयर करेगी. इस योजना के तहत ओपीडी की दवाइयों की सप्लाई कॉनफैड और भण्डार व क्रय-विक्रय सहकारी समितियों की ओर से अपने-अपने क्षेत्रों में की जाएगी. पेंशनर्स व राज्य कर्मियों को एनएसी जारी नही होगी. केवल दवाइयां ही उपलब्ध कराई जाएगी.
रजिस्ट्रार ने बताया कि प्रथम चरण में कॉनफैड, भण्डार व क्रय-विक्रय सहकारी समितियों की ओर से पेंशनर्स को दवाओं की होम डिलीवरी की जाएगी. दवाओं की इनवेंट्री से लेकर डिलीवरी व पेमेन्ट ऑनलाइन गेटवे के आधार पर होगी. डोर-स्टेप दवा सप्लाई की व्यवस्था सातों दिन 24 घंटे उपलब्ध रहेगी. अग्रवाल ने बताया कि अस्पतालों में भर्ती आईपीडी मरीजों (पेंशनर्स/राज्य कर्मियों) को भविष्य में दवाओं की सप्लाई 24 घंटे के मोड पर कॉनफैड, भंडार व केवीएसएस की ओर से अपने-अपने क्षेत्र में की जाएगी.