ETV Bharat / city

नाराजगी के सवाल पर पायलट का जवाब, कहा- मेरे मन में क्या चल रहा है उसे मत देखिए

बसपा के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर कहीं ना कहीं कांग्रेस में अलग-अलग मत सामने आते दिखाई दे रहे हैं. गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में पीसीसी चीफ और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि मेरे मन में क्या चल रहा है उसे मत देखिए. पायलट ने कहा कि बसपा के विधायक कांग्रेस में बिना किसी शर्त के आए हैं. उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल होने के विचार किसी को नहीं देने चाहिए.

jaipur news, सचिन पायलट जयपुर
author img

By

Published : Sep 19, 2019, 5:14 PM IST

Updated : Sep 19, 2019, 5:22 PM IST

जयपुर. बसपा के 6 विधायक अब कांग्रेस के हो चुके हैं. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बसपा के विधायकों के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दे दी है. लेकिन जिस तरह से लगातार यह बातें सामने आ रही हैं कि बसपा के विधायकों को कांग्रेस पार्टी में शामिल करते समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को भी नहीं बताया गया, उसे लेकर अब सचिन पायलट नाराज हैं. ये बात कहीं ना कहीं अब सामने भी आती हुई दिखाई दे रही है.

बसपा विधायकों पर सचिन पायलट का बयान

जब पायलट से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे मन में क्या चल रहा है उसे मत देखिए. इसके साथ ही उन्होंने कह दिया कि बसपा के विधायक बिना शर्त कांग्रेस पार्टी में सरकार के काम को देखते हुए और अपने क्षेत्र की जनता के विकास के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं. ये बिना लोभ-लालच के हुआ है, जो त्याग की एक विशाल है. अब कोई भी बसपा के विधायकों को इस तरह के आइडिया नहीं दे कि उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है.

पढ़ें : पेमेंट भुगतान नहीं होने पर सरकारी अस्पताल में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने किया कार्य बहिष्कार

वहीं गुरुवार को बैठक में कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह रावत ने मीटिंग में इस मामले को उठाते हुए कहा कि बसपा के जिन विधायकों को पार्टी में शामिल किया गया है, उनको मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जानी चाहिए. जिस तरह से पार्टी ने यह नियम बनाया है कि पहली बार चुनकर आए कांग्रेस विधायकों को पद नहीं दिया जाएगा, उसी तरह से बसपा के विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है तो इससे कांग्रेस के विधायकों और संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज जाएगा.

रावत ने मुख्यमंत्री से कहा कि मेरा आपसे निवेदन है कि बसपा के इन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जाए. वहीं अविनाश पांडे ने कहा कि बसपा के विधायकों को शामिल होने का निर्णय सामूहिक तौर पर लिया गया है और ऐसे निर्णय सबसे पूछ कर ही लिए जाते हैं.

जयपुर. बसपा के 6 विधायक अब कांग्रेस के हो चुके हैं. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बसपा के विधायकों के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दे दी है. लेकिन जिस तरह से लगातार यह बातें सामने आ रही हैं कि बसपा के विधायकों को कांग्रेस पार्टी में शामिल करते समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को भी नहीं बताया गया, उसे लेकर अब सचिन पायलट नाराज हैं. ये बात कहीं ना कहीं अब सामने भी आती हुई दिखाई दे रही है.

बसपा विधायकों पर सचिन पायलट का बयान

जब पायलट से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे मन में क्या चल रहा है उसे मत देखिए. इसके साथ ही उन्होंने कह दिया कि बसपा के विधायक बिना शर्त कांग्रेस पार्टी में सरकार के काम को देखते हुए और अपने क्षेत्र की जनता के विकास के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं. ये बिना लोभ-लालच के हुआ है, जो त्याग की एक विशाल है. अब कोई भी बसपा के विधायकों को इस तरह के आइडिया नहीं दे कि उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है.

पढ़ें : पेमेंट भुगतान नहीं होने पर सरकारी अस्पताल में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर्स ने किया कार्य बहिष्कार

वहीं गुरुवार को बैठक में कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह रावत ने मीटिंग में इस मामले को उठाते हुए कहा कि बसपा के जिन विधायकों को पार्टी में शामिल किया गया है, उनको मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जानी चाहिए. जिस तरह से पार्टी ने यह नियम बनाया है कि पहली बार चुनकर आए कांग्रेस विधायकों को पद नहीं दिया जाएगा, उसी तरह से बसपा के विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है तो इससे कांग्रेस के विधायकों और संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज जाएगा.

रावत ने मुख्यमंत्री से कहा कि मेरा आपसे निवेदन है कि बसपा के इन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जाए. वहीं अविनाश पांडे ने कहा कि बसपा के विधायकों को शामिल होने का निर्णय सामूहिक तौर पर लिया गया है और ऐसे निर्णय सबसे पूछ कर ही लिए जाते हैं.

Intro:बसपा के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर सामने आई कांग्रेस की रात सचिन पायलट बोले बसपा के विधायकों के शामिल होने के बाद मेरे मन में क्या उसे मत देखिए बसपा के विधायक आए हैं बिना किसी पद के लालच में स्वेच्छा से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल होने के विचार किसी को नहीं देने चाहिए तो आज भी बैठक में पूर्व मंत्री हरि सिंह रावत बोले जब पहली बार बने कांग्रेस विधायकों को नहीं दे रहे पर तो फिर बसपा के विधायकों को अगर मंत्री बनाया तो पार्टी में होगी नाराजगी


Body:बसपा के 6 विधायक अब कांग्रेस के हो चुके हैं विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दे दी है लेकिन जिस तरह से लगातार यह बातें सामने आ रही है कि बसपा के विधायकों को कांग्रेस पार्टी में शामिल करते समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को भी नहीं बताया गया उसे लेकर अब सचिन पायलट नाराज हैं वह कहीं ना कहीं अब सामने भी आता हुआ दिखाई दे रहा है जब पायलट से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे मन में क्या चल रहा है उसे मत देखिए और इसके साथ ही उन्होंने कह दिया कि बसपा के विधायक बिना शर्त के शिक्षा से कांग्रेस पार्टी में सरकार के काम को देखते हुए और अपने क्षेत्र की जनता के विकास के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं और यह बिना लोग लालच के हुआ है जो त्याग की एक विशाल है अब कोई भी बसपा के विधायकों को इस तरह के आईडिया नहीं दें कि उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है वहीं आज भी बैठक में कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता हरिसिंह रावत ने बड़ी मीटिंग में इस मामले को उठाते हुए कहा कि बसपा के जिन विधायकों को पार्टी में शामिल किया गया है उनको मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी जानी चाहिए जिस तरह से पार्टी ने यह नियम बनाया है कि पहली बार चुनकर आए कांग्रेस विधायकों को पद नहीं दिया जाएगा उसी तरह से बसपा के विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है तो इससे कांग्रेस के विधायकों और संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज जाएगा रावत ने मुख्यमंत्री से कहा कि मेरा आपसे करवत निवेदन है कि बसपा के इन विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जाए वही अविनाश पांडे ने कहा कि बसपा के विधायकों को शामिल होने का निर्णय सामूहिक तौर पर लिया गया है और ऐसे निर्णय सब से पूछ कर ही लिए जाते हैं
बाइट सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष
भाई अविनाश पांडे प्रदेश प्रभारी राजस्थान कांग्रेस


Conclusion:
Last Updated : Sep 19, 2019, 5:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.