जयपुर. राजधानी में प्रदेश के सबसे बड़े जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बम की सूचना मिलने के साथ ही यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल मच गया. यात्री एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने लगे और CISF के अधिकारियों और जवानों के द्वारा मौके पर पहुंचकर वहां पर जमा इकट्ठा भीड़ को भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा गया.
आपको बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट एयरपोर्ट पर 25 मई से एक बार फिर हवाई यातायात दोबारा से शुरू हो गया है. ऐसे में आमजन की सुरक्षा को देखते हुए एयरपोर्ट पर बुधवार को सीआईएसएफ के जवानों ने मॉक ड्रिल की. CISF के अधिकारियों का कहना है, कि जयपुर एयरपोर्ट पर कभी बम होने की सूचना को लेकर सीआईएसफ के अधिकारी और सीआईएसएफ के जवानों के द्वारा यह मॉक ड्रिल की गई है. बता दें कि जैसे ही जयपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के जवानों के द्वारा बम निरोधक दस्ते को लेकर वहां पर पहुंचे. ऐसे में वहां पर मौजूद लोगों के बीच में अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
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सीआईएसएफ के एक जवान के द्वारा विकल गेट के सामने पार्किंग एरिया में एक बैग को छोड़ दिया गया था. ऐसे में कुछ समय के पश्चात वहां पर उस बैग को संदिग्ध बताते हुए वहां पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया और उसके बाद आमजन के द्वारा सीआईएसएफ को उसकी सूचना दी गई.
उसके बाद सीआईएसएफ के आला अधिकारी और जवान बम निरोधक दस्ते के साथ उस मौके पर पहुंचे और वहां पर जाकर कार्रवाई की. इस दौरान सीआईएसएफ के द्वारा वहां पर मौजूद लोगों को भी हटाया गया और वहां जाकर सुरक्षा व्यवस्था रखने के हिसाब से यह मॉक ड्रिल की गई. ऐसे में जब यात्रियों को इस बात की जानकारी हुई तो यात्रियों की जान में जान आई. सीआईएसएफ के द्वारा कहा गया कि आमजन की सुरक्षा को देखते हुए यह मॉक ड्रिल की गई है.
क्या होती है मॉक ड्रिल:
भविष्य में अकस्मात घट सकने वाली विपरीत और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए किसी ग्रुप या समूह द्वारा किए गए सामूहिक अभ्यास कार्य को मॉक ड्रिल कहा जाता है.