जयपुर. प्रदेश में स्कूल फीस मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे अभिभावक अब सरकार से सीधी टक्कर लेने का मन बना चुके हैं. शहीद स्मारक पर धरना दे रहे अभिभावकों ने बुधवार से क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है. पहले दिन पांच अभिभावक अनशन पर बैठे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया. संयुक्त अभिभावक संघ के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया कि 15 सूत्रीय मांगों को लेकर संघ के बैनर तले अभिभावक 30 नवंबर से शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं.
बीते दिनों अभिभावक बड़ी संख्या में शहीद स्मारक पर इकट्ठा हुए और मोमबत्तियां जलाकर प्रदर्शन भी किया, लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांगों को लेकर अभी तक किसी भी तरह से बातचीत नहीं की गई है. इससे पता चलता है कि कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई और फीस के मुद्दे पर सरकार कितनी गंभीर है.
इसलिए जयपुर में बुधवार को क्रमिक अनशन का आगाज किया गया है. जहां पांच अभिभावक अनशन पर बैठे हैं और उनका कहना है कि अभी तक 100 से ज्यादा अभिभावकों ने अनशन के लिए पंजीयन करवाया है. उनका यह भी कहना है कि अपने हक की इस लड़ाई में अब अभिभावक पीछे नहीं हटने वाले हैं.
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संघ के महामंत्री संजय गोयल का कहना है कि जब तक सरकार और निजी स्कूल प्रबंधन अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ते हैं, उनका आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं करती है तो वे आमरण अनशन शुरू करेंगे.
क्रमिक अनशन के पहले दिन अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल और संजय गोयल के साथ ही सर्वेश मिश्रा, दौलत शर्मा और अमृता सक्सेना आमरण अनशन पर बैठे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया. बता दें कि अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर संयुक्त अभिभावक संघ के बैनर तले 30 नवंबर से शहीद स्मारक पर धरना दिया जा रहा है.