जयपुर. राजस्थान में राजीव गांधी पाठशाला पैराटीचर्स, मदरसा पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मी लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. इनमें से कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं और कई होने वाले हैं. अब इन्होंने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 'काली दीपावली' मनाने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही 30 अक्टूबर के बाद सड़क पर उतरने की भी चेतावनी दी है.
अखिल राजस्थान प्रशिक्षित राजीव गांधी पाठशाला पैराटीचर्स, मदरसा पैराटीचर्स, शिक्षाकर्मी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष खम्माराम चौधरी का कहना है कि मदरसा पैराटीचर्स, शिक्षाकर्मी और राजीव गांधी पाठशाला पैराटीचर्स का धरना राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर कई दिनों से चल रहा है. हमारी मांग है कि हमें नियमित किया जाए. सरकार ने कई बार आश्वासन दिया है लेकिन हर बार वादाखिलाफी हुई है. सरकार अपने वादे से मुकर गई है.
इसलिए परेशान होकर हमने अंतिम निर्णय लिया है कि किसी भी कीमत पर नियमित नियुक्ति चाहिए. हमें 30-35 साल हो गए हैं. कुछ समय बाद हम सेवानिवृत्त भी हो जाएंगे. हमारे कई साथी तो सेवानिवृत्त हो भी चुके हैं. उन्हें एक पैसा तक सेवानिवृत्ति परिलाभ के रूप में नहीं मिला और वे खाली हाथ घर गए हैं. यह हमारे साथ धोखा है.
उनका कहना है कि वे 35 साल से सरकार की सेवा कर रहे हैं और बच्चों को पढ़ा रहे हैं. हमारे खुद के बच्चों को हम अच्छी शिक्षा तक नहीं दिलवा पाए हैं. इसलिए नियमितीकरण की मांग को लेकर हम इस बार काली दीपावली मनाएंगे. उन्होंने 30 अक्टूबर के बाद आंदोलन तेज करने की चेतावनी देते हुए कहा कि वे परिवार के साथ सड़क पर आएंगे और विरोध करेंगे. मांग पूरी हुए बिना अब वह वापस घर नहीं जाएंगे.