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दिसम्बर तक नहीं चल पाएगी पैलेस ऑन व्हील्स, देसी पर्यटकों को लुभाने के लिए छोटे टूर पैकेज की तैयारी - राजस्थान पर्यटन

देश और दुनिया में मशहूर शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स के इस साल पटरी पर वापस लौटने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. कोरोना काल के चलते 22 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन बंद हैं, जिसके चलते पैलेस ऑन व्हील्स के पटरी पर आने की कोई उम्मीद नहीं है. वहीं देसी पर्यटकों को लुभाने के लिए छोटे टूर पैकेज की तैयारी की जा रही है.

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दिसम्बर तक नहीं चल पाएगी पैलेस ऑन व्हील्स
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Published : Sep 25, 2020, 10:07 PM IST

जयपुर. देश और दुनिया में मशहूर शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स के इस साल पटरी पर वापस लौटने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. कोरोना काल के चलते 22 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन बंद है. विदेशी पर्यटक भी राजस्थान नहीं आ रहे हैं. वहीं देश भर में केवल स्पेशल ट्रेन का संचालन इस समय किया जा रहा है. पैलेस ऑन व्हील्स में ज्यादातर विदेशी पर्यटक ही हर साल पर्यटन भ्रमण करने के लिए राजस्थान आते हैं, लेकिन इस साल दिसंबर तक पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन मुश्किल ही नजर आ रहा है.

दिसम्बर तक नहीं चल पाएगी पैलेस ऑन व्हील्स

अभी तक केंद्र सरकार की ओर से विदेशी पर्यटकों के संबंध में किसी भी तरह की गाइडलाइन भी जारी नहीं की गई है, जब तक विदेशी पर्यटक राजस्थान में आना शुरू नहीं होंगे, तब तक पैलेस ऑन व्हील्स दोबारा से पटरी पर नहीं लौट सकेगी. वहीं पैलेस ऑन व्हील्स से जुड़े सूत्रों का कहना है, कि इस साल तो मुश्किल ही पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन किया जा सकेगा क्योंकि पैलेस ऑन व्हील्स राजस्थान के पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है और पैलेस ऑन व्हील्स के जरिए टूरिस्ट राजस्थान में आना भी पसंद करते हैं. इस साल कोरोना वायरस के चलते राजस्थान में पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन नहीं हो सकेगी और विदेशी पर्यटक भी राजस्थान अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बंद होने के चलते नहीं आ सकेंगे, जो कि राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका है.

यह भी पढ़ें- टीबी मुक्त भारत मिशन पर कोरोना महामारी ने लगाया 'ब्रेक', देखें ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

आरटीडीसी की आमदनी भी हुई खत्म

मंदी के दौर से गुजर रहे आरटीडीसी के लिए पैलेस ऑन व्हील्स एकमात्र ऐसा सहारा है, जो हर साल आरटीडीसी को दोबारा से पटरी पर ले कर आता है, लेकिन इस साल आमदनी नहीं होने की संभावना साफ नजर भी आ रही है. गौरतलब है कि हर सीजन में शाही ट्रेन के 35 फेरे होते हैं. हर फेरे में 80 से 85 पर्यटक सफर करते हैं. 1 दिन का किराया प्रति व्यक्ति का करीब 600 डॉलर भी होता है, जोकि आरटीडीसी के लिए एक बड़ा राजस्व अर्जन भी होता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते आरटीडीसी भी मंदी के दौर से गुजर रहा है.

दिसंबर तक नहीं ट्रेन चलने की संभावना

हर साल 15 जुलाई के बाद 15 अगस्त के बीच ट्रेन जयपुर पहुंच जाती थी. अगस्त से ट्रेन का इंटीरियर को भी दोबारा से सुधारने का काम शुरू कर दिया जाता था. वहीं अब तो 1 सितम्बर से पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, जो कि करीब से 6 महीने तक चलता है, लेकिन अभी तक यह ट्रेन जयपुर नहीं पहुंच पाई है और आगामी दिसंबर तक इस ट्रेन के चलने की संभावना भी विभाग की ओर से नहीं बताई जा रही है, जो कि राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका भी शामिल होने वाला है.

देशी पर्यटकों के लिए छोटे पैकेज बनाने की तैयारी

पर्यटन विभाग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो अभी विदेशी पर्यटक तो राजस्थान नहीं आ पा रहे हैं, लेकिन पर्यटन को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से देशी पर्यटकों को लुभाने के लिए पैलेस ऑन व्हील्स में छोटे पैकेज की तैयारी की जा रही है, जिससे देसी पर्यटक पैलेस ऑन व्हील्स का लाभ उठा सकेंगे और पर्यटन विभाग को एक आय का स्त्रोत भी मिल जाएगा.

जयपुर. देश और दुनिया में मशहूर शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स के इस साल पटरी पर वापस लौटने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. कोरोना काल के चलते 22 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन बंद है. विदेशी पर्यटक भी राजस्थान नहीं आ रहे हैं. वहीं देश भर में केवल स्पेशल ट्रेन का संचालन इस समय किया जा रहा है. पैलेस ऑन व्हील्स में ज्यादातर विदेशी पर्यटक ही हर साल पर्यटन भ्रमण करने के लिए राजस्थान आते हैं, लेकिन इस साल दिसंबर तक पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन मुश्किल ही नजर आ रहा है.

दिसम्बर तक नहीं चल पाएगी पैलेस ऑन व्हील्स

अभी तक केंद्र सरकार की ओर से विदेशी पर्यटकों के संबंध में किसी भी तरह की गाइडलाइन भी जारी नहीं की गई है, जब तक विदेशी पर्यटक राजस्थान में आना शुरू नहीं होंगे, तब तक पैलेस ऑन व्हील्स दोबारा से पटरी पर नहीं लौट सकेगी. वहीं पैलेस ऑन व्हील्स से जुड़े सूत्रों का कहना है, कि इस साल तो मुश्किल ही पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन किया जा सकेगा क्योंकि पैलेस ऑन व्हील्स राजस्थान के पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है और पैलेस ऑन व्हील्स के जरिए टूरिस्ट राजस्थान में आना भी पसंद करते हैं. इस साल कोरोना वायरस के चलते राजस्थान में पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन नहीं हो सकेगी और विदेशी पर्यटक भी राजस्थान अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट बंद होने के चलते नहीं आ सकेंगे, जो कि राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका है.

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आरटीडीसी की आमदनी भी हुई खत्म

मंदी के दौर से गुजर रहे आरटीडीसी के लिए पैलेस ऑन व्हील्स एकमात्र ऐसा सहारा है, जो हर साल आरटीडीसी को दोबारा से पटरी पर ले कर आता है, लेकिन इस साल आमदनी नहीं होने की संभावना साफ नजर भी आ रही है. गौरतलब है कि हर सीजन में शाही ट्रेन के 35 फेरे होते हैं. हर फेरे में 80 से 85 पर्यटक सफर करते हैं. 1 दिन का किराया प्रति व्यक्ति का करीब 600 डॉलर भी होता है, जोकि आरटीडीसी के लिए एक बड़ा राजस्व अर्जन भी होता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते आरटीडीसी भी मंदी के दौर से गुजर रहा है.

दिसंबर तक नहीं ट्रेन चलने की संभावना

हर साल 15 जुलाई के बाद 15 अगस्त के बीच ट्रेन जयपुर पहुंच जाती थी. अगस्त से ट्रेन का इंटीरियर को भी दोबारा से सुधारने का काम शुरू कर दिया जाता था. वहीं अब तो 1 सितम्बर से पर्यटन सीजन शुरू हो गया है, जो कि करीब से 6 महीने तक चलता है, लेकिन अभी तक यह ट्रेन जयपुर नहीं पहुंच पाई है और आगामी दिसंबर तक इस ट्रेन के चलने की संभावना भी विभाग की ओर से नहीं बताई जा रही है, जो कि राजस्थान पर्यटन के लिए एक बड़ा झटका भी शामिल होने वाला है.

देशी पर्यटकों के लिए छोटे पैकेज बनाने की तैयारी

पर्यटन विभाग से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो अभी विदेशी पर्यटक तो राजस्थान नहीं आ पा रहे हैं, लेकिन पर्यटन को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से देशी पर्यटकों को लुभाने के लिए पैलेस ऑन व्हील्स में छोटे पैकेज की तैयारी की जा रही है, जिससे देसी पर्यटक पैलेस ऑन व्हील्स का लाभ उठा सकेंगे और पर्यटन विभाग को एक आय का स्त्रोत भी मिल जाएगा.

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