जयपुर. कोरोना से मानव जीवन के साथ उससे जुड़े संसाधनों को भी गहरा नुकसान पहुंचा है. देश दुनिया में मशहूर पैलेस ऑन व्हील भी कोरोना की चपेट में आ गई है. बुकिंग रद्द होने से पैलेस ऑन व्हील्स सत्र को 2 महीने आगे बढ़ा दिया है. आशंका इस बात की है कि पैलेस ऑन व्हील्स इस वर्ष चल भी पाएगा या नहीं, इसकी कोई संभावना नहीं है.
राजस्थान पर्यटन विकास निगम की लाइफ लाइन समझी जाने वाली शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स इस बार कोरोना की चपेट में आ गई है. विदेशी पर्यटकों की बुकिंग रद्द होने से पैलेस ऑन व्हील्स के पिछले सत्र में जहां सात फेरे रद्द करने पड़े थे. वहीं, इस बार सत्र की शुरुआत ही 2 महीने बाद होगी. आशंका इस बात की है कि सितंबर में शुरू होने वाली पैलेस ऑन व्हील्स के पहले करीब 10 फेरे रद्द रहेंगे.
ऐसे में पैलेस ऑन व्हील से जुड़े हजारों प्रत्यक्ष और परोक्ष लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा. इससे पर्यटन निगम को भी मोटे राजस्व का नुकसान का अंदेशा है. पिछले 38 साल से देश और दुनिया के सैलानियों में अपनी विशेष पहचान रखने वाली दुनिया की श्रेष्ठ 10 लग्जरी टूरिस्ट ट्रेन में शुमार और 'डू बिफोर डाई' लिस्ट में शामिल पैलेस ऑन व्हील्स को लेकर दुनिया भर के पर्यटकों में खासा क्रेज रहता है.
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एक दशक से घाटे में चल रहे पर्यटन निगम के करीब 800 कर्मचारियों की रोजी रोटी सीधे तौर पर पैलेस ऑन व्हील से जुड़ी हुई है. शाही ट्रेन से प्रतिवर्ष पर्यटन निगम को करीब 10 करोड़ का राजस्व मिलता है. लेकिन विडंबना रही थी, जिसको कोरोना ने पूरे देश और दुनिया को झकझोर दिया. उससे पैलेस ऑन व्हील्स भी अछूती नहीं रही. बुनियादी तौर पर पैलेस ऑन व्हील्स में सफर करने वाले यात्रियों में से 70 फीसदी विदेशी होते है.
शाही ट्रेन में दी जाने वाली 7 सितारा सुविधाओं के चलते इसका किराया भी अधिक है. ऐसे में इस बार बुकिंग रद्द होने से पर्यटन निगम के सामने संकट खड़ा हो गया है. हालांकि, पर्यटन निगम के चेयरमैन आलोक गुप्ता और कार्यकारी निदेशक सुभाष महरिया समेत तमाम अधिकारी इस बात के प्रयास कर रहे हैं कि नवंबर से शाही ट्रेन के विशेष टूर पैकेज शुरू किए जाए. इससे दोनों तरह के सुझाव सामने आए हैं.
दरअसल, पर्यटन निगम भारतीय पर्यटकों को लेकर छोटे टूर पैकेज भी बनाने के प्रयास किए जा रहे है. पैकेज में 4 दिन और 4 रात शामिल होंगे. भारतीय पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित करने के लिए किराए में भी कमी करने पर विचार किया जा रहा है. दूसरी ओर यह भी प्रयास है कि नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो तो विदेशी पर्यटकों को भी ट्रेन में विशेष सुविधा के तौर पर उपलब्ध कराई जाए. फिलहाल, रेलवे को प्रस्ताव भेजा जा रहा है, जिसमें संभावनाओं पर विचार कर मंजूरी मांगी जाएगी.