जयपुर. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास राजस्थान के विभिन्न गांव के लोगों को अपने जाल में फंसाने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही आर्मी कैंप के आसपास रहने वाले लोगों से भी संपर्क कर उन्हें पाक की एजेंसी के लिए काम करने का झांसा दिया जा रहा है. ऐसे लोग जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में आ रहे हैं या जिनसे उनके हैंडलर्स ने संपर्क करने का प्रयास किया है, उन तमाम लोगों पर राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा कड़ी निगरानी (rajasthan special branch) रख रही है. यही कारण है कि वर्ष 2021 में राज्य विशेष शाखा ने 169 संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई थी.
अलग-अलग केंद्रों पर जारी है पूछताछ: डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि पाक खुफिया एजेंसी के संपर्क में आने का संदेह होने पर राज्य विशेष शाखा लगातार प्रदेश के अलग-अलग केंद्रों पर संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है. पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) और पाक इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने फेक फेसबुक आईडी बनाकर या फेक फोन कॉल करके भारत में संवेदनशील संस्थाओं, सैन्य छावनी क्षेत्र और उसके आसपास निवास करने वाले भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. इसके अलावा ऐसे क्षेत्र के संस्थान में काम करने वाले कर्मचारियों से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करके सैन्य और आंतरिक सूचनाएं प्राप्त करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है.
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इसके चलते संवेदनशील संस्थाओं और भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास के क्षेत्रों में समय-समय पर ऑपरेशन निगहबानी (Operation Nigahbani) चला कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है. वर्ष 2021 में राजस्थान के श्रीगंगानगर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, जयपुर के केंद्रों पर कुल 169 संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई थी. इसके साथ ही अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ करते हुए 9 लोगों को भी दबोचा गया था.
8 पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार : डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2021 में केंद्रीय पूछताछ केंद्र जयपुर पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से कुल 30 संदिग्ध लोगों को लाकर पूछताछ की गई थी. जिसमें जासूसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत 7 प्रकरण दर्ज किए गए और 8 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही सीमावर्ती जिलों में संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाए जाने पर प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के प्रवेश करने पर सेटेलाइट फोन का उपयोग करने और संदिग्ध गतिविधियों का संदेह होने पर कुल 74 संदिग्ध लोगों से सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की.