जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में होने वाले हैं, लेकिन सियासी जमीन पर अभी से तीसरे मोर्चे की आहट से सुनाई देने लगी है. हाल ही में असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से ऐलान किया गया था कि जल्द ही राजस्थान में AIMIM पार्टी की लॉन्चिंग (Launch of AIMIM in Rajasthan) की जाएगी. ओवैसी के ऐलान के बाद अब उनके समर्थक भी खुलकर सामने आ गए हैं. उन्होंने कहा है कि जनवरी 2022 तक पार्टी की राजस्थान में लॉंचिंग कर दी जाएगी.
ओवैसी के समर्थकों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राजस्थान के कई इलाकों में AIMIM की तरफ से सर्वे करवाया जा रहा है. राजस्थान में 15 से ज्यादा जिलों में यह सर्वे करवाया जा रहा है. सर्वे में हम लोग कुछ सवाल जनता से पूछ रहे हैं. सवालों के जवाब में लोग कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी भी जता रहे हैं. लोगों का कहना है कि कांग्रेस की तरफ से जो कार्य किए जाने चाहिए थे वह कार्य अभी तक नहीं किए गए हैं.
समर्थकों ने कहा कि अल्पसंख्यकों को लगातार कांग्रेस नजरअंदाज कर रही है. इसी बात का खामियाजा 2023 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अभी हम सामने कोई तीसरा विकल्प नहीं था. लेकिन असदुद्दीन ओवैसी के रूप में हम लोगों को तीसरा विकल्प मिलने जा रहा है.
ओवैसी समर्थक एडवोकेट मुजाहिद अली नकवी ने कहा कि सर्वे कर डाटा असदुद्दीन ओवैसी को भेजेंगे कि यहां कितने लोग उनके समर्थन में हैं. उसके बाद ऐसी पार्टियों का मुखोटा सामने आ जाएगा जो मुस्लिम और दलित हितैषी तो बनते हैं लेकिन उनके लिए कोई काम नहीं करते. उन्होंने कहा कि AIMIM एक रजिस्टर्ड पार्टी है और उसको देश में कहीं भी जाने का पूरा हक बनता है. लोग तीसरे मोर्चे के रूप में उसे देखना चाहते हैं. एक अन्य समर्थक परवेज खान ने कहा कि हम ए और बी टीम के बारे में वर्षों से सुनते आ रहे हैं लेकिन यहां 'ए' और 'बी' टीम कांग्रेस और बीजेपी ही है.
पढ़ें. Corona Omicron Variant से मुकाबले के लिए उपलब्ध नहीं पर्याप्त संसाधन, उपकरण और स्टाफ की दरकार
सर्वे में पूछ रहे यह सवाल
ओवैसी समर्थकों की ओर से किए जा रहे सर्वे में तीसरे मोर्चे को लेकर लोगों की राय पूछी जा रही है. साथ ही अल्पसंख्यकों, एसटी एससी के कल्याण को लेकर कांग्रेस या भाजपा की सरकारों ने क्या किया, कांग्रेस और बीजेपी से क्या नाराजगी है?. पार्टी को राजस्थान में आने से पहले क्या करना चाहिए? जैसे सवाल पूछे जा रहे हैं.