जयपुर. कोरोना संक्रमण से लड़ रहे स्वच्छकार सैनिकों और निगम के अन्य कर्मचारियों को राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल में उत्पादित हैंड सैनिटाइजर दिए गए हैं.
इस सैनिटाइजर को लेकर नगर निगम ने आदेश भी जारी किया है जिसमें लिखा है कि ये केवल हाथ की सफाई के लिए है, पेय पदार्थ नहीं. जिसके बाद ये आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं मंगलवार को निगम मुख्यालय पर 100 कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री भी जांची गई.
जयपुर नगर निगम प्रशासन लॉकडाउन के पहले दिन से ही शहर को सेनीटाइज करने में जुटा हुआ है. चाहे सार्वजनिक स्थल हो या फिर मुख्य मार्ग और कॉलोनी. सभी को हैंड स्प्रे मशीन और दमकल की गाड़ियों से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कर सैनिटाइज किया जा रहा है.
वहीं मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू होने के बाद अब मुख्यालय में पहुंचने वाले कर्मचारियों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. सीएमएचओ प्रथम की टीम ने 100 कर्मचारियों की स्क्रीनिंग करने से लेकर उनकी ट्रैवल हिस्ट्री की भी जांच की.
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दरअसल, देशभर में कुछ ऐसे मामले सामने आए जिसमें लोगों ने सैनिटाइजर का सेवन कर लिया जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई. यही वजह रही कि शुगर मिल में उत्पादित सैनिटाइजर को कहीं कोई सफाई कर्मचारी या अन्य कर्मचारी पेय पदार्थ समझकर पी ना जाए. इसके लिए निगम को स्पष्ट आदेश तक निकालने पड़ गए.