जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से चल रही जंग के बीच एक बार फिर प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को पत्र लिखा. पत्र के माध्यम से उनका ध्यान ग्राम पंचायत स्तर पर गठित और ग्रुप में हो रही सरपंच और कार्यालय अध्यक्ष की उपेक्षा की तरफ आकर्षित किया. पत्र में लिखा कि सरकार के स्तर पर ही कोर ग्रुप कोविड-19 से बचाव और रोकथाम को लेकर बनाया गया है. वह ग्राम पंचायत कार्यालय के अध्यक्ष और सरपंच गणों को शामिल नहीं किया गया ऐसे में यह सरपंच गण और कार्यालय अधीक्षक खुद की उपेक्षा महसूस कर रहे हैं.
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राजेंद्र राठौड़ का आरोप है कि राजस्थान पंचायती राज का संस्थापक राज्य होने के बावजूद यहां पंचायती राज संस्थानों को सशक्त करने और अन्य विभागों को पंचायती राज संस्थानों के अधीन करने के बजाए संविधान के 73वें संशोधन और राजस्थान पंचायती राज अधिनियम की मूल भावनाओं के विपरीत पंचायती राज संस्था को ही प्रारंभिक शिक्षा के कर्मचारियों के अधीन कर दिया गया,जो निंदनीय है.
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राठौड़ ने कहा इस पूरे घटनाक्रम से ना केवल सरपंच गण बल्कि वार्ड पंच भी आक्रोशित है. ऐसे में राठौड़ ने ग्रामीण विकास मंत्री और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से आग्रह किया कि वे कोर समिति के स्वरूप पर पुनर्विचार करते हुए ग्राम पंचायत के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पद सरपंच को ग्राम पंचायत स्तरीय कोर ग्रुप का अध्यक्ष बनाने का आदेश जारी कर उन्हें अनुग्रहित करें. जिससे कोविड-19 से चल रही जंग एकजुटता के साथ जीती जा सके.