जयपुर. अल्पसंख्यक मामलात मंत्री सालेह मोहम्मद ने गुरुवार को सचिवालय में अधिकारियों के साथ विभागीय कामकाज की समीक्षा की. इस दौरान मंत्री सालेह मोहम्मद ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन की वजह से मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा पर खासा असर पड़ा है. बच्चों की शिक्षा को जारी रखने के लिए शिक्षा विभाग की तर्ज पर मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए भी ऑनलाइन क्लासेज की व्यवस्था शुरू की जाए. मंत्री सालेह मोहम्मद ने अधिकारियों को 7 दिन में कार्य योजना बनाकर तैयार करने के निर्देश दिए.
उन्होंने कहा कि जितना जल्द हो सके, उतना जल्दी ऑनलाइन क्लासेज शुरू करने की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि बच्चों को शिक्षा से दूर नहीं जाना पड़े. उन्होंने कहा कि विभाग की कोशिश थी कि मदरसों में जो बच्चों को स्कूली शिक्षा मिल रही है, वो नियमित मिले. जिसको लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. जल्दी मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
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साथ ही मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि माइनॉरिटी के युवाओं को कौशल विकास से जोड़ने के लिए हर जिले में युवा कौशल ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि रोजगार अधिक से अधिक मिल सके. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार है, जब अल्पसंख्यक विभाग की ओर से युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कौशल विकास के तहत ट्रेनिंग प्रोग्राम किया जा रहा है.
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मंत्री सालेह मोहम्मद कहा कि इसके लिए बजट भी जारी कर दिया गया है. अब आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर कोरोना ने आम जन जीवन को प्रभावित किया है. खास तौर पर युवाओं को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में स्किल डेवलपमेंट के तहत मिलने वाली ट्रेनिंग से युवाओं को आतनिर्भर बनने में मदद मिलेगी.