जयपुर. नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की...पूरे देश में सोमवार कल कृष्ण जन्मोत्सव के मौके पर यही गुंजायमान होगा. कृष्ण भक्ति की बयार बहेगी. हालांकि छोटी काशी जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में भक्त और भगवान के बीच एक बार फिर कोरोना दीवार बन गया है.
रविवार से तीन दिन मंदिर भक्तों के लिए बंद रहेगा. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के आयोजनों को भक्त घर बैठे ही ऑनलाइन (online darshan) देख सकेंगे. गोविंददेवजी मंदिर प्रशासन के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रविवार, जन्माष्टमी और नंदोत्सव के दिन मंदिर में दर्शनार्थियों का प्रवेश निषेध रहेगा. जन्माष्टमी के सभी आयोजन मंदिर महंत और सेवागीरों की मौजूदगी में होंगे.
श्रद्धालु ऑनलाइन ही दर्शन कर सकेंगे. मंदिर में 29 अगस्त से हरि नाम संकीर्तन (Hari Naam Sankirtana) शुरू हुआ. वहीं जन्माष्टमी को रात 12 बजे गोविंद का अभिषेक होगा. इससे पहले सुबह मंगला झांकी के बाद पंचामृत अभिषेक होगा. ठाकुर जी को नवीन पीत वस्त्र धारण कराए जाएंगे.
रविवार को कई श्रद्धालु मंदिर के दर से ही लौट गए. मंदिर प्रांगण के बाहर मौजूद दुकानों पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए शहरवासी आवश्यक सामग्रियां खरीदते नजर आए. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक चौबंद नजर आई. वहीं श्रद्धालुओं ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर मंदिर के दर्शन बंद किए गए हैं, लेकिन घरों में उत्साह के साथ लड्डू गोपाल का पूजन कर जन्मोत्सव मनाया जाएगा.
बता दें कि सोमवार को जन्मोत्सव के बाद 31 अगस्त को शृंगार आरती के साथ नंदोत्सव मनाया जाएगा. इसके तहत छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी. वहीं इस बार भगवान की शोभायात्रा भी नहीं निकाली जाएगी. मंदिर परिसर के अंदर ही ठाकुर जी को चांदी के रथ पर विराजमान करके शोभायात्रा निकाली जाएगी.
इसके अलावा शहर के प्रमुख पुरानी बस्ती के गोपीनाथजी मंदिर (Gopinathji Temple), जगतपुरा स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर (Shri Krishna Balaram Temple) में भी जन्माष्टमी पर भक्तों का प्रवेश नहीं होगा. हालांकि चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर (Radha Damodar Temple) में हर वर्ष की तरह इस बार भी दोपहर 12:00 बजे कृष्ण जन्मोत्सव की छटा बिखरेगी.