जयपुर/दिल्ली. मिड-डे मिल का मुद्दा राज्यसभा में गुरुवार गूंजा. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद ओमप्रकाश माथुर ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि ऐसा कोई भी दिन नहीं जाता, जहां प्रदेश में मिड-डे मील की कोई शिकायत नहीं आती है. उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि बड़ी राशि केंद्र की ओर से जाती है, कुछ हिस्सा प्रदेश का होता है.
उन्होंने कहा कि जब शिकायत आती है, तो निवारण का जिम्मा प्रदेश को दे दिया जाता है, एसडीएम को दे दिया जाता है, लेकिन एसडीएम के पास इतनी फुरसत नहीं है कि वे जाकर मिड-डे मील की जानकारी ले. माथुर ने कहा कि देशभर में कई ऐसी स्कूलें हैं, जहां मिड-डे मिल बनाने के लिए रसोई ही नहीं है. न ही रसोई बनाने वाला कोई कर्मचारी है. उन्होंने कहा कि बीते बुधवार ही खाना बनाते हुए एक बच्चे की कड़ाई में गिरने से मौत हो गई थी.
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ओमप्रकाश माथुर ने कहा कि बच्चों को सही से मिड-डे मिल का खाना मिल सके, इसके लिए कोई एजेंसी बनाने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए, क्योंकि यह बहुत बड़ा मुद्दा है.