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एनटीटी भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी पहुंचे मंत्री ममता भूपेश के घर, दिया घरना - जयपुर की ताजा हिंदी खबरें

तीन साल से नियुक्ति का इन्तजार कर रहे एनटीटी भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी सोमवार को महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश के घर पहुंचे. यहां वे धरने पर बैठ गए. बाद में जल्द नियुक्ति का आश्वासन मिलने के बाद अभ्यर्थियों ने धरना खत्म किया.

NTT candidates staged, एनटीटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना
एनटीटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना
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Published : Feb 22, 2021, 10:33 PM IST

जयपुर. महिला एवं बाल विकास विभाग में 2018 में निकली एनटीटी शिक्षा भर्ती के अभ्यर्थी बीते तीन साल से नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. 1350 पदों पर आयोजित की गई भर्ती में अभी तक 450 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई है. बाकि अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग को लेकर सोमवार को अभ्यर्थी महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश के घर पहुंचे और धरने पर बैठ गए.

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इन अभ्यर्थियों का कहना है कि 2018 में भर्ती परीक्षा होने के बाद डेढ़ गुना अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया. लेकिन फर्जी डिग्रियों के चलते 504 अभ्यर्थी पात्र माने गए. जबकि पात्र लोगों में से 450 अभ्यर्थियों को ही जनवरी 2021 में नियुक्ति दी गई है. उनका कहना है कि शेष करीब 50 अभ्यर्थी एक संस्था विशेष के होने के चलते नियुक्ति रोक दी गई है.

वहीं, दस्तावेज सत्यापन की दूसरी सूची बीते साल दिसंबर में जारी की गई है. उसका भी काम बीच में ही रोक दिया गया है. दस्तावेज सत्यापन का काम अटकने से बाकि पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी अटक गई है. ऐसे में तीन साल से अटकी इस भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी मंत्री ममता भूपेश के घर पहुंचे और धरने पर बैठ गए.

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अभ्यर्थी राजेश तिवाड़ी ने बताया है कि मंत्री के विशिष्ट सहायक ने विभाग के सचिव केके पाठक से फोन पर चर्चा हुए आश्वासन दिया कि 50 अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश इस सप्ताह में जारी हो जाएंगे. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि दस्तावेजों के सत्यापन का जो काम रुक गया था. उसे भी जल्द शुरू करवाया जाएगा. इसके बाद अभ्यर्थियों ने धरना खत्म किया.

जयपुर. महिला एवं बाल विकास विभाग में 2018 में निकली एनटीटी शिक्षा भर्ती के अभ्यर्थी बीते तीन साल से नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. 1350 पदों पर आयोजित की गई भर्ती में अभी तक 450 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई है. बाकि अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने की मांग को लेकर सोमवार को अभ्यर्थी महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री ममता भूपेश के घर पहुंचे और धरने पर बैठ गए.

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इन अभ्यर्थियों का कहना है कि 2018 में भर्ती परीक्षा होने के बाद डेढ़ गुना अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया. लेकिन फर्जी डिग्रियों के चलते 504 अभ्यर्थी पात्र माने गए. जबकि पात्र लोगों में से 450 अभ्यर्थियों को ही जनवरी 2021 में नियुक्ति दी गई है. उनका कहना है कि शेष करीब 50 अभ्यर्थी एक संस्था विशेष के होने के चलते नियुक्ति रोक दी गई है.

वहीं, दस्तावेज सत्यापन की दूसरी सूची बीते साल दिसंबर में जारी की गई है. उसका भी काम बीच में ही रोक दिया गया है. दस्तावेज सत्यापन का काम अटकने से बाकि पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी अटक गई है. ऐसे में तीन साल से अटकी इस भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी मंत्री ममता भूपेश के घर पहुंचे और धरने पर बैठ गए.

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अभ्यर्थी राजेश तिवाड़ी ने बताया है कि मंत्री के विशिष्ट सहायक ने विभाग के सचिव केके पाठक से फोन पर चर्चा हुए आश्वासन दिया कि 50 अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश इस सप्ताह में जारी हो जाएंगे. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि दस्तावेजों के सत्यापन का जो काम रुक गया था. उसे भी जल्द शुरू करवाया जाएगा. इसके बाद अभ्यर्थियों ने धरना खत्म किया.

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