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Reality Check: जयपुर की चांदपोल अनाज मंडी में दिल्ली जैसी घटना हुई तो मच जाएगी त्राहि-त्राहि, नहीं हैं पुख्ता इंतजाम

जयपुर की चांदपोल अनाज मंडी में यदि दिल्ली अनाज मंडी जैसा हादसा होता है, तो यहां त्राहि-त्राहि मच जाएगी. करीब 60 साल पुरानी अनाज मंडी में करीब 110 दुकानें मौजूद हैं. 90 फ़ीसदी में कारोबार चल रहा है. लेकिन यहां आग लग जाने की स्थिति में सुरक्षा के नाम पर एक फायर एक्सटिंग्विशर तक नहीं है.

जयपुर चांदपोल अनाज मंडी, jaipur chandpol grain market
जयपुर चांदपोल अनाज मंडी
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Published : Dec 9, 2019, 12:24 AM IST

Updated : Dec 9, 2019, 12:19 PM IST

जयपुर. राजधानी दिल्ली के रानी झांसी रोड पर रविवार सुबह अनाज मंडी में भीषण आग लग गई. इस घटना में अब तक 43 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. जबकि 15 गंभीर हालत में हैं. वहीं आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस तरह की स्थिति यदि जयपुर की अनाज मंडी में होती है, तो उससे निपटने के लिए अनाज मंडी कितनी तैयार है, इसी का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत जयपुर स्थित चांदपोल अनाज मंडी पहुंचा.

जिले के भीड़भाड़ वाले इलाके चांदपोल बाजार के पास स्थित अनाज मंडी में हजारों दुकानें मौजूद हैं. साथ ही हजारों लोगों की रोज यहां आवाजाही रहती है. फिलहाल यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग का काम भी चल रहा है. ऐसे में मंडी पहले से ज्यादा कन्जेस्टेड हो गई है. जिसके बाद भी यहां की सुरक्षा व्यवस्था बेहद ही लचीली नजर आती है.

चांदपोल अनाज मंडी में नहीं हैं आग से बचने के पुख्ता इंतजाम

बता दें कि यहां ना तो किसी तरह का फायर फाइटिंग सिस्टम लगा है और ना ही किसी भी दुकानदार के पास फायर एक्सटिंग्विशर है. वहीं पूरा क्षेत्र रहवासियों के मकानों से घिरा है. बावजूद इसके शायद प्रशासन का इस मंडी की सुरक्षा व्यवस्था की ओर कोई ध्यान नहीं है.

इस संबंध में क्षेत्रीय व्यापारियों ने बताया कि यहां पहले भी दो-तीन बार आग लग चुकी है. जिसमें लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया. फिर भी प्रशासन यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उदासीन है. उन्होंने बताया कि यहां जी+2 से लेकर जी+4 मकान बने हुए हैं. जिनमें बड़ी संख्या में रहवासी निवास कर रहे हैं. पूरी अनाज मंडी इन मकानों से घिरी हुई है. ऐसे में आग लगने की स्थिति में यहां बड़ी अप्रिय घटना की भी आशंका बनी हुई है.

पढ़ें: वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे बाड़मेर, एएनएम भर्ती 2013 के अभ्यर्थियों ने सौंपा ज्ञापन

पुराना क्षेत्र होने के चलते यहां से रहवासियों को तो शिफ्ट नहीं किया जा सकता और ना ही इतनी पुरानी अनाज मंडी को बंद किया जा सकता है. लेकिन प्रशासन यहां आग लगने की स्थिति में प्राथमिक तौर पर निबटने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य उपकरण की व्यवस्था जरूर कर सकता है.

जयपुर. राजधानी दिल्ली के रानी झांसी रोड पर रविवार सुबह अनाज मंडी में भीषण आग लग गई. इस घटना में अब तक 43 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. जबकि 15 गंभीर हालत में हैं. वहीं आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. इस तरह की स्थिति यदि जयपुर की अनाज मंडी में होती है, तो उससे निपटने के लिए अनाज मंडी कितनी तैयार है, इसी का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत जयपुर स्थित चांदपोल अनाज मंडी पहुंचा.

जिले के भीड़भाड़ वाले इलाके चांदपोल बाजार के पास स्थित अनाज मंडी में हजारों दुकानें मौजूद हैं. साथ ही हजारों लोगों की रोज यहां आवाजाही रहती है. फिलहाल यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग का काम भी चल रहा है. ऐसे में मंडी पहले से ज्यादा कन्जेस्टेड हो गई है. जिसके बाद भी यहां की सुरक्षा व्यवस्था बेहद ही लचीली नजर आती है.

चांदपोल अनाज मंडी में नहीं हैं आग से बचने के पुख्ता इंतजाम

बता दें कि यहां ना तो किसी तरह का फायर फाइटिंग सिस्टम लगा है और ना ही किसी भी दुकानदार के पास फायर एक्सटिंग्विशर है. वहीं पूरा क्षेत्र रहवासियों के मकानों से घिरा है. बावजूद इसके शायद प्रशासन का इस मंडी की सुरक्षा व्यवस्था की ओर कोई ध्यान नहीं है.

इस संबंध में क्षेत्रीय व्यापारियों ने बताया कि यहां पहले भी दो-तीन बार आग लग चुकी है. जिसमें लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया. फिर भी प्रशासन यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उदासीन है. उन्होंने बताया कि यहां जी+2 से लेकर जी+4 मकान बने हुए हैं. जिनमें बड़ी संख्या में रहवासी निवास कर रहे हैं. पूरी अनाज मंडी इन मकानों से घिरी हुई है. ऐसे में आग लगने की स्थिति में यहां बड़ी अप्रिय घटना की भी आशंका बनी हुई है.

पढ़ें: वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे बाड़मेर, एएनएम भर्ती 2013 के अभ्यर्थियों ने सौंपा ज्ञापन

पुराना क्षेत्र होने के चलते यहां से रहवासियों को तो शिफ्ट नहीं किया जा सकता और ना ही इतनी पुरानी अनाज मंडी को बंद किया जा सकता है. लेकिन प्रशासन यहां आग लगने की स्थिति में प्राथमिक तौर पर निबटने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य उपकरण की व्यवस्था जरूर कर सकता है.

Intro:जयपुर - जयपुर की चांदपोल अनाज मंडी में यदि दिल्ली अनाज मंडी जैसा हादसा होता है, तो यहां त्राहि-त्राहि मच जाएगी। करीब 60 साल पुरानी अनाज मंडी में करीब 110 दुकानें मौजूद है। और 90 फ़ीसदी में कारोबार चल रहा है। लेकिन यहां आग लग जाने की स्थिति में सुरक्षा के नाम पर एक फायर एक्सटिंग्विशर तक नहीं है।


Body:राजधानी दिल्ली के रानी झांसी रोड पर रविवार सुबह अनाज मंडी में भीषण आग लग गई। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। इस घटना में अब तक 43 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 15 गंभीर हालत में है। आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। इस तरह की स्थिति यदि जयपुर की अनाज मंडी में होती है, तो उससे निपटने के लिए अनाज मंडी कितनी तैयार है, इसी का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत जयपुर स्थित चांदपोल अनाज मंडी पहुंचा। जयपुर के भीड़भाड़ वाले इलाके चांदपोल बाजार के पास स्थित अनाज मंडी में सैकड़ों दुकानें मौजूद है। और हजारों लोगों की रोज यहां आवाजाही रहती है। फिलहाल यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग का काम भी चल रहा है। ऐसे में मंडी पहले से ज्यादा कन्जेस्टेड हो गई है। इस बीच यदि सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए, तो वो यहां देखने को नहीं मिलती। यहां ना तो किसी तरह का फायर फाइटिंग सिस्टम लगा है। और ना ही किसी भी दुकानदार के पास फायर एक्सटिंग्विशर है। वहीं पूरा क्षेत्र रहवासियों के मकानों से घिरा है। बावजूद इसके शायद प्रशासन किसी बड़ी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहा है। इस संबंध में क्षेत्रीय व्यापारियों ने बताया कि यहां पहले भी दो-तीन बार आग लग चुकी है। जिसमें लाखों रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। फिर भी प्रशासन यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उदासीन हैं। उन्होंने बताया कि यहां जी+टू से लेकर जी+4 मकान बने हुए हैं। जिनमें बड़ी संख्या में रहवासी निवास कर रहे हैं। पूरी अनाज मंडी इन मकानों से घिरी हुई है। ऐसे में आग लगने की स्थिति में यहां बड़ी अप्रिय घटना की भी आशंका बनी हुई है।


Conclusion:पुराना क्षेत्र होने के चलते यहां से रहवासियों को तो शिफ्ट नहीं किया जा सकता। और ना ही इतनी पुरानी अनाज मंडी को बंद किया जा सकता है। लेकिन प्रशासन यहां आग लगने की स्थिति में प्राथमिक तौर पर निबटने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर और अन्य उपकरण की व्यवस्था जरूर कर सकता है।
Last Updated : Dec 9, 2019, 12:19 PM IST
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