जयपुर. 2020 की विदाई और 2021 का शुभारंभ इस बार शुभ नक्षत्र में हो रहा है. ज्योतिष ग्रन्थों में पुष्य नक्षत्र को शुभ मांगलिक नक्षत्र माना गया है. वहीं खास बात यह है कि इस बार शुक्रवार भी है. ऐसे में हर कोई यही चाहता है कि ये नववर्ष 2020 की तरह ना हो और नया साल अच्छा हो. इससे शुभ काम करने का अवसर मिले, इसके लिए 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है.
ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी को पुष्य नक्षत्र के साथ नववर्ष का आगमन हो रहा है. वहीं कन्या लग्न में नए वर्ष का शुभारंभ हो रहा है. ज्योतिष गणना के आधार पर अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ नव वर्ष शुरू हो रहा है. इसी के साथ में चंद्रमा, मंगल और शनि स्वग्रही होकर के 2021 का शुभारंभ कर रहे हैं.
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बता दें कि 2021 का आगमन वृषभ राशि में राहु और वृश्चिक राशि में केतु रहेंगे. साथ ही सम्पूर्ण वर्ष यह ग्रह यहां रहने वाले हैं. इसी के साथ बृहस्पति मकर राशि में है और इसी दौरान नववर्ष का शुभारंभ हो रहा है. 2021 विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए अच्छा रहेगा. वहीं इस साल बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. साथ ही व्यापारियों को लाभ होगा, लेकिन राजनेताओं के लिए ये साल उठा-पटक वाला रहेगा.