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देव दर्शन के साथ नए साल 2021 का श्रीगणेश, दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु

जयपुर में नए साल की सुबह शहरवासियों के लिए देव दर्शन के साथ हुई. छोटी काशी के मंदिरों में श्रद्धालु अलग-अलग संकल्पों के साथ कोरोना काल में अपने-अपने आराध्य के दर्शन करने पहुंचे

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Published : Jan 1, 2021, 6:02 PM IST

Chhoti Kashi temples in Jaipur, जयपुर में छोटी काशी के मंदिर
जयपुर वासियों ने देव दर्शन किए

जयपुर. नववर्ष 2021 के आगमन से पूर्व गुरुवार की रात भले ही बिना जश्न के बीत गई हो, लेकिन आज अगली सुबह शहरवासियों के लिए देव दर्शन के साथ हुई. छोटी काशी के मंदिरों में भक्त अलग-अलग संकल्पों के साथ कोरोना काल में अपने-अपने आराध्य के दर्शन करने पहुंचे.

जयपुर वासियों ने देव दर्शन किए

खास बात यह है कि, आज नए साल का शुभारंभ पुष्य नक्षत्र में हुआ है, जो आज दिनभर रहेगा. इस दौरान पहले दिन ही प्रथम पूज्य के मंदिरों में भगवान गणेश जी का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई. साथ ही भक्तों ने विशेष झांकी के दर्शन किए और गर्म पकवानों का भोग लगाया. सभी मंदिरों में कोरोना के मद्देनजर विशेष तैयारियां भक्तों के दर्शन को लेकर की गई है.

वहीं प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में पंचामृत अभिषेक हुआ और गणपति बप्पा को नवीन पोशाक धारण करवाने के बाद विशेष भोग लगाने के साथ फूल बंगले में गणपति को विराजमान किया गया. वही चंदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में शुक्र पुष्य के मौके पर पंडित राहुल शर्मा के द्वारा विधिवत अभिषेक के बाद विभिन्न आयोजन किए गए. वहीं मंत्रोच्चार के साथ 101 किलो दूध, दही, घी, शहद, बुरा, गुलाब जल और केसर जल और अनेक द्रव्यों से महास्नान कराया गया. इसके बाद गणपति को नवीन पोशाक धारण करा फूल बंगला झांकी सजाई गई.

पढे़ंः जयपुर पुलिस ने ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को बांटी मिठाइयां, नए साल की दी शुभकामनाएं

इस मौके पर शहर के आराध्य देव गोविंददेव जी मंदिर में दर्शन कर भक्तों ने दिन की शुरुआत की. इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस और अपने स्वयंसेवको के साथ मिलकर विशेष प्रबंध किए, जिससे सामाजिक दूरी की पालना के साथ भगवान के दर्शन कर सकें. यहां दर्शनों ने लिए मंदिर के कपाट सुबह 7.45 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 4 बजे से 6.30 बजे तक खुले रहेंगे. वही आगे यदि रात्रिकालीन कर्फ्यू हटता है तो भक्तों को मंगला और शयन झांकी में प्रवेश शुरू कर दिया जाएगा.

जयपुर. नववर्ष 2021 के आगमन से पूर्व गुरुवार की रात भले ही बिना जश्न के बीत गई हो, लेकिन आज अगली सुबह शहरवासियों के लिए देव दर्शन के साथ हुई. छोटी काशी के मंदिरों में भक्त अलग-अलग संकल्पों के साथ कोरोना काल में अपने-अपने आराध्य के दर्शन करने पहुंचे.

जयपुर वासियों ने देव दर्शन किए

खास बात यह है कि, आज नए साल का शुभारंभ पुष्य नक्षत्र में हुआ है, जो आज दिनभर रहेगा. इस दौरान पहले दिन ही प्रथम पूज्य के मंदिरों में भगवान गणेश जी का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई. साथ ही भक्तों ने विशेष झांकी के दर्शन किए और गर्म पकवानों का भोग लगाया. सभी मंदिरों में कोरोना के मद्देनजर विशेष तैयारियां भक्तों के दर्शन को लेकर की गई है.

वहीं प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में पंचामृत अभिषेक हुआ और गणपति बप्पा को नवीन पोशाक धारण करवाने के बाद विशेष भोग लगाने के साथ फूल बंगले में गणपति को विराजमान किया गया. वही चंदपोल स्थित परकोटे वाले गणेश मंदिर में शुक्र पुष्य के मौके पर पंडित राहुल शर्मा के द्वारा विधिवत अभिषेक के बाद विभिन्न आयोजन किए गए. वहीं मंत्रोच्चार के साथ 101 किलो दूध, दही, घी, शहद, बुरा, गुलाब जल और केसर जल और अनेक द्रव्यों से महास्नान कराया गया. इसके बाद गणपति को नवीन पोशाक धारण करा फूल बंगला झांकी सजाई गई.

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इस मौके पर शहर के आराध्य देव गोविंददेव जी मंदिर में दर्शन कर भक्तों ने दिन की शुरुआत की. इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस और अपने स्वयंसेवको के साथ मिलकर विशेष प्रबंध किए, जिससे सामाजिक दूरी की पालना के साथ भगवान के दर्शन कर सकें. यहां दर्शनों ने लिए मंदिर के कपाट सुबह 7.45 बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 4 बजे से 6.30 बजे तक खुले रहेंगे. वही आगे यदि रात्रिकालीन कर्फ्यू हटता है तो भक्तों को मंगला और शयन झांकी में प्रवेश शुरू कर दिया जाएगा.

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