जयपुर. कांग्रेस के हरावल दस्ते के रूप में मशहूर सेवादल कांग्रेस की पुरानी कार्यकारिणी को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही नई कार्यकारिणी बनाने की प्रक्रिया भी सेवा दल में शुरू हो गई है, लेकिन इस बार योग्य कार्यकर्ताओं को सेवादल कार्यकारिणी में लेने के लिए पार्टी ने नया तरीका इजाद किया है.
कांग्रेस सेवा दल के शीर्ष नेतृत्व की ओर से पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी दी गई है. प्रदेश के हर जिले के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, जो योग्य सेवादल कार्यकर्ताओं का चयन करेंगे और उनके नाम सेवा दल के शीर्ष नेतृत्व को भेजेंगे. पर्यवेक्षकों के नाम के आधार पर ही प्रदेश की जिला कार्यकारिणी और प्रदेश कार्यकारिणी का गठन होगा.
भारतीय कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश प्रभारी लाल मिश्रा ने जिलेवार पर्यवेक्षक लगाए हैं, जो योग्य कार्यकर्ताओं के नाम, कार्यकर्ताओं की जमीनी पकड़, जनता के बीच बेहतर छवि और ग्रास रूट के कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे. यही रिपोर्ट सेवा दल के जिला कार्यकारिणी और प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए किसी कार्यकर्ता के लिए अहम होगी.
सभी जिलों के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक 24 जून तक अपने प्रभार वाले जिलों में रहकर पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ता की तलाश करेंगे और इसके नाम कांग्रेस सेवादल के प्रदेश नेतृत्व को भेजेंगे. इसके अलावा जिला मुख्य संगठनों के पदों के लिए तीन-तीन नामों का पैनल बनाकर भी अपनी रिपोर्ट सौपेंगे. कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष लाल जी भाई देसाई ने प्रदेश सेवा दल की संपूर्ण कार्यकारिणी को भंग कर 15 जुलाई तक नई कार्यकारिणी बनाने के निर्देश दिए हैं.