जयपुर. विधानसभा में कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने प्रश्नकाल में विधायक हमीर सिंह भायल की ओर से रिफाइनरी से संबंधित पूछे गये पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि रिफाइनरी के लिए दो तरह के कौशल की आवश्यकता रहती है. पहला कौशल जो रिफाइनरी लगने के दौरान जरूरी होता है. दूसरा कौशल जो रिफाइनरी लगने के बाद उसके संचालन के लिए जरूरी होता है.
उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों के लिए विभाग द्वारा एचपीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्य महा निदेशक को पत्र लिखे गये हैं, जिससे वे संबंधित कौशल की जानकारी विभाग को दे सकें. इसके बाद आवश्यकतानुसार बाड़मेर के आईटीआई में नए ट्रेड जोड़े जाएंगे. साथ ही जरुरत होने पर वहां कौशल विकास केन्द्र भी बनाएं जाएंगे.
इससे पहले चांदना ने विधायक हमीर सिंह के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि बाड़मेर जिले में वर्तमान में 10 सरकारी और 23 निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान संचालित किये जा रहे हैं. बाड़मेर जिले में रिफाइनरी लगने के कारण आईटीआई प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिये जाने के अवसर में बढ़ोतरी होगी. रिफाइनरी से संबंधित अधिकांश ट्रेड वो ही होते हैं, जो कि बाड़मेर जिले की विभिन्न आईटीआई में स्वीकृत है.
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रिफाइनरी से संबंधित विशिष्ट ट्रेड खोलने के लिए रिफाइनरी प्रबंधन को दिनांक 30 जनवरी 2020 और 14 फरवरी 2020 को लिखे गये पत्र की प्रति सदन के पटल पर रखी. उन्होंने कहा कि प्रबंधन रिफाइनरी से प्रतिउत्तर आना शेष है. यदि रिफाइनरी प्रबंधन मांग से अवगत करवाता है तो इस पर विचार किया जाएगा.