जयपुर. सोमवार को जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगमों के निर्वाचित बोर्ड का कार्यकाल खत्म हुआ. इसके साथ ही यहां प्रशासक लगा दिए गए. ये प्रशासक शहर के दोनों निगमों का काम देखेंगे और इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती नए नगर निगम को व्यवस्थित करने की होगी.
बताया जा रहा है कि 18 अप्रैल से पहले नए बोर्ड का गठन हो जाएगा. ऐसे में अगले 2 से 3 महीने में यहां नई नियुक्तियां और भर्तियां कर निगम को व्यवस्थित करने की कोशिश रहेगी. इस संबंध में डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ ने बताया कि निगमों में कौन से कर्मचारी लगाने हैं, कितने पद सृजित करने हैं, कितने खत्म करने हैं, ये एक्सरसाइज की गई है. 2 से 3 दिन में इसके प्रस्ताव भी यूडीएच मंत्री के जरिए वित्त विभाग को भेजे जाएंगे. उन्होंने साफ किया कि नए जोन भी बनाए जाएंगे, वहीं नए पद सृजित होने के साथ-साथ कुछ ट्रेडिशनल पोस्ट जिनकी वर्तमान परिस्थितियों में आवश्यकता नहीं है, उनको कम किया जाएगा.
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- ये पद होंगे सृजित- कमिश्नर, एडिशनल कमिश्नर, कार्मिक उपायुक्त, फायर उपायुक्त, डायरेक्टर लॉ, टाउन प्लानिंग, अकाउंट्स, लीगल, इंजिनियर्स, कंप्यूटर ऑपरेटर, प्रोग्रामर
- ये पद होंगे समाप्त- नाकेदार, सब नाकेदार, बेलदार, कारीगर, नाविक
सरकार नए निगमों का गठन जरूर कर रही है, लेकिन वो ज्यादा वित्त भार नहीं लेना चाहेगी. ऐसे में अधिकतर पोस्ट ट्रांसफर होंगी और यदि नए जोन बनाए भी जाते हैं, तो वो भी विधानसभा को ध्यान में रखते हुए एक या दो ही बनेंगे. ऐसे में अब जल्द जयपुर निगम के परिदृश्य से दो भागों में बंट जाएगा.