जयपुर. रजिस्ट्रार, सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन के अनुसार वर्तमान में 1,851 ग्राम सेवा सहकारी समितिया ई-मित्र का कार्य कर रही है. शेष 4,949 समितियों को ई-मित्र की सेवाओं से जोड़ा गया है, ताकि ई-मित्र के रूप में कार्य कर समितियां सहकारिता की भावना को प्रबल कर सकें.
उन्होंने बताया कि आम सभा में ई-मित्र की शुल्क सूची का प्रकाशन, समिति के वार्षिक लेखें प्रस्तुत करना, ऑडिट रिपोर्ट की अनुपालना, नो-ड्यूज प्रमाण पत्र जारी करना, वृक्षारोपण करना एवं महात्मा गांधी स्वच्छता अभियान को चलाकर सहकारिता की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा.
डॉ. पवन ने आगे बताया कि सहकारिता ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित काश्तकार, पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति जनजाति, मजदूर एवं अल्पसंख्यक वर्गों में सहकारिता आंदोलन की पहुंच बनाने एवं सहकारिता के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाएं देने एवं समितियों के माध्यम से ई-मित्र की सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से ग्राम सेवा सहकारी समितियों के मुख्यालयों पर विशेष आमसभा का आयोजन किया जाएगा.
सहकार शिशु पालना गृह शुरू...
बता दें कि मंगलवार को ही सहकार भवन परिसर में सहकार शिशु पालना गृह शुरू किया गया. विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के. पवन ने इसकी शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि समिति में विशेष आम सभा आयोजित की जाएगी और नए सदस्य बनाए जाएंगे.