जयपुर. प्रदेश में 4 सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव को लेकर दोनों ही दलों में खींचतान लगातार जारी है. कांग्रेस ने उदयपुर स्थित होटल में अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी. कांग्रेसी विधायकों का बीते 2 दिन से उदयपुर पहुंचने का सिलसिला जारी है. राज्यसभा चुनाव में 3 सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं बीजेपी ने अपना एक उम्मीदवार उतारा है. दूसरी ओर एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर डॉक्टर सुभाष चंद्रा भी चुनावी मैदान में हैं.
कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, मुकुल वासनिक मैदान में है तो भाजपा की ओर से घनश्याम तिवारी को राज्यसभा का टिकट दिया गया है. इसी को लेकर शनिवार को भाजपा के केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर सहित संगठन के नेताओं का राजधानी में कार्यकर्ताओं के साथ कार्यशाला रखी है.
राज्यसभा चुनाव को लेकर दोनों ही बड़े दल अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत के दावे कर रहे हैं. वहीं एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. सुबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि पहले भी भाजपा ने हमारे विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की थी जिसमें वे नाकाम रहे. हमारे विधायक पहले भी नहीं बिके और अब भी नहीं बिकेंगे. इसी को देखते हुए कांग्रेस ने अपने विधायकों को उदयपुर शिफ्ट कर दिया है. वहीं सरकार से नाराज निर्दलीय विधायकों को मनाने की कवायद भी लगातार जारी है.
अब ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की ओर से राष्ट्रीय नेताओं के साथ कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर (narendra tomar reached Jaipur) सहित संगठन से जुड़े नेता शामिल होंगे. इस कार्यशाला का आयोजन राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसमें सरकार से नाराज विधायकों को बीजेपी अपने साथ लाने की कोशिश करेगी.
भाजपा के राज्यसभा चुनाव प्रभारी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव हैं और इसी के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीतेंगे. आज आयोजित हो रही कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश दिया जाएगा. राज्यसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा भी लिया जाएगा. इस दौरान एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस बाड़ेबंदी कर रही है लेकिन भाजपा के विधायकों को बाड़ेबंदी की जरूरत नहीं है.
गौरतलब है कि 10 जून को प्रदेश की 4 राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव को लेकर दोनों ही प्रमुख दलों में जुबानी जंग जारी है. इसी बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को उदयपुर होटल में शिफ्ट किया है तो वहीं बीजेपी अपने प्रमुख नेताओं के साथ कार्यशाला का आयोजन कर रही है. दोनों ही दलों को 1 सीट जीतने के लिए 41 विधायकों के वोटों की आवश्यकता है. ऐसे में कांग्रेस को 3 सीट जीतने के लिए 123 वोटों की जरूरत है तो वहीं बीजेपी को 1 सीट जीतने के लिए 41 मतों की आवश्यकता रहेगी. बीजेपी अपने बाकी 30 विधायकों का वोट निर्दलीय प्रत्याशी को दिलवा सकती है. ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी को 11 वोटों की और जरूरत होगी.