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जयपुर में डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध

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Published : Dec 11, 2019, 4:20 AM IST

जयपुर में पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच टीम की तरफ से चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना इलाके में 210 किलो डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. बताया जा रहा है कि बरामद किए गए डोडे में 60 प्रतिशत वो डोडा है जिसमें चीरा नहीं लगा हुआ है. जिसे नष्ट करने के आदेश दिए गए थे और नारकोटिक्स विभाग की ओर से जिसे दस्तावेजों में नष्ट करना बताया गया है.

जयपुर में डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई,  Action to seize doda poppy in Jaipur,  जयपुर नारकोटिक्स विभाग,  Jaipur Narcotics Department
डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध

जयपुर. पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच टीम की तरफ से चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए 210 किलो डोडा जब्त कर 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि अब इसके बाद पूरे प्रकरण में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. पुलिस की तरफ से तस्करों से बरामद किए गए डोडे में 60 प्रतिशत वो डोडा है जिसमें चीरा नहीं लगा हुआ है. जिसे नष्ट करने के आदेश दिए गए थे और नारकोटिक्स विभाग कि ओर से जिसे दस्तावेजों में नष्ट करना बताया गया है.

डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध

इस मामले में एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि तस्करों से बरामद किए गए 210 किलो डोडे में 60 प्रतिशत वह डोडा है, जिसमें मोरफिन की मात्रा काफी अधिक है. जिसमें किसी भी तरह का कोई कट नहीं लगा हुआ है. इस डोडे को नारकोटिक्स विभाग की ओर से नष्ट करने के आदेश देने के बाद दस्तावेजों में नष्ट करना बता कर तस्करों को बेचने के लिए सौंप दिया गया.

पढ़ेंः मंत्री रमेश मीणा के निर्देश पर विजिलेंस टीम ने अजमेर में पेट्रोल पंप और राशन की दुकान पर की कार्रवाई

इस बात का खुलासा होने के बाद इस पूरे प्रकरण में अब नारकोटिक्स विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत का अंदेशा जताया जा रहा है. हालांकि पुलिस मुख्यालय से आला अधिकारियों ने चित्तौड़गढ़ रेंज आईजी और एसपी को इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पुलिस गिरफ्त में दोनों तस्करों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.

जयपुर. पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच टीम की तरफ से चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए 210 किलो डोडा जब्त कर 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि अब इसके बाद पूरे प्रकरण में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध पाई गई है. पुलिस की तरफ से तस्करों से बरामद किए गए डोडे में 60 प्रतिशत वो डोडा है जिसमें चीरा नहीं लगा हुआ है. जिसे नष्ट करने के आदेश दिए गए थे और नारकोटिक्स विभाग कि ओर से जिसे दस्तावेजों में नष्ट करना बताया गया है.

डोडा पोस्त जब्त करने की कार्रवाई में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध

इस मामले में एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि तस्करों से बरामद किए गए 210 किलो डोडे में 60 प्रतिशत वह डोडा है, जिसमें मोरफिन की मात्रा काफी अधिक है. जिसमें किसी भी तरह का कोई कट नहीं लगा हुआ है. इस डोडे को नारकोटिक्स विभाग की ओर से नष्ट करने के आदेश देने के बाद दस्तावेजों में नष्ट करना बता कर तस्करों को बेचने के लिए सौंप दिया गया.

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इस बात का खुलासा होने के बाद इस पूरे प्रकरण में अब नारकोटिक्स विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत का अंदेशा जताया जा रहा है. हालांकि पुलिस मुख्यालय से आला अधिकारियों ने चित्तौड़गढ़ रेंज आईजी और एसपी को इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही पुलिस गिरफ्त में दोनों तस्करों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.

Intro:जयपुर
एंकर- पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच द्वारा चित्तौड़गढ़ के निकुंभ थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए 210 किलो डोडा जप्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पूरे प्रकरण में नारकोटिक्स विभाग की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। पुलिस द्वारा तस्करों से बरामद किए गए डोडे में 60 प्रतिशत वो डोडा है जिसमें चीरा नहीं लगा हुआ है। जिसे नष्ट करने के आदेश दिए गए थे और नारकोटिक्स विभाग द्वारा जिसे दस्तावेजों में नष्ट करना बताया गया है।


Body:वीओ- एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि तस्करों से बरामद किए गए 210 किलो डोडे में 60% डोडा वह है जिसमें मोरफिन की मात्रा काफी अधिक है और जिसमें किसी भी तरह का कोई कट नहीं लगा हुआ है। इस डोडे को नारकोटिक्स विभाग द्वारा नष्ट करने के आदेश देने के बाद दस्तावेजों में नष्ट करना बता कर तस्करों को बेचने के लिए सौंप दिया गया। इस बात का खुलासा होने के बाद इस पूरे प्रकरण में अब नारकोटिक्स विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि पुलिस मुख्यालय से आला अधिकारियों ने चित्तौड़गढ़ रेंज आईजी और एसपी को इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पुलिस गिरफ्त में दोनों तस्करों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।

बाइट- बीएल सोनी, एडीजी क्राइम- राजस्थान


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